अपना दल (कमेरावादी) की वरिष्ठ नेता और विधायक डॉ पल्लवी पटेल ने रविवार को डीपीसी पर आपत्ति जताने वाले ओएसडी को नोटिस दिए जाने को लेकर मंत्री आशीष पटेल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने मंत्री और विभागीय अधिकारियों पर इसे लेकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार का उजागर करने वाले पूर्व ओएसडी और शिक्षक को प्रताड़ित किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि राज बहादुर पटेल शिक्षक हैं. प्राविधिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार चल रहा है. राज बहादुर पटेल लगातार बताते रहे, लेकिन जब सुना नहीं गया तो रेजिग्नेशन दे दिया. ये हिस्सा बन सकते थे, लेकिन ये सच्चे हैं.
पल्लवी पटेल ने कहा कि इन्होंने सब कुछ बर्दाश्त किया. चेतावनी भी इन्हें दी गई, लेकिन आज भी ईमानदारी के लिए खड़े हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी को चुनौती देती हूं अगर हमारे समाज को प्रताड़ित किया गया, इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.
पल्लवी ने दी विरोध प्रदर्शन की धमकी
उन्होंने चुनौती दी कि कुर्मी और कमेरा समाज को प्रताड़ित किया गया तो वे इसके खिलाफ सड़क पर उतर जाएंगे. और इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि प्राविधिक शिक्षा विभाग में ओएसडी के पद पर काम किया है. राजबहादुर को कारण बताओ नोटिस देकर इनका ट्रांसफर कर दिया गया.
उन्होंने धमकी दी कि यदि किसी पिछड़े वर्ग के व्यक्ति को या कुर्मी समाज के व्यक्ति को और प्रताड़ित किया गया, तो कमेरा समाज इसका विरोध करेगा. सरदार पटेल के वंशज और उनके समाज के लोगों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मंत्री को पत्र लिखा, फिर भी नहीं हुई सुनवाई: राज बहादुर पटेल
दूसरी ओर, राज बहादुर पटेल का कहना है कि नियम विरुद्ध डीपीसी हो रही थी. मैने बताया. मैने मंत्री को पत्र लिखा. प्रमुख सचिव को लिखा कि ये डीपीसी नियम विरुद्ध है, लेकिन नहीं रोका गया. उसके बाद भी कई चिट्ठियां लिखीं. डबल बेंच का स्टे है. ये डीपीसी 30 मई को हो गई थी, लेकिन घोषित नहीं की गई थी. डीपीसी बनने के बाद एक लाख वाला आदमी 2 लाख से ज्यादा पाने लगा पढ़े लिखे लोगों में नाराजगी है.
उन्होंने कहा कि मंत्री और मुख्यमंत्री निवेदन करता हूं कि इसको निरस्त करें, डीपीसी बनाना अधिकारियों की गलती है और कर दिया गया था तो मंत्री को इसका अनुमोदन नही करना चाहिए था.
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