मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में एक युवक ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए गोली मारने की झूठी कहानी रच डाली. वहीं पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है. घायल युवक का जिम में कुछ युवकों से विवाद हो गया था और मारपीट भी हुई थी. ऐसे में अपने विरोधियों को संगीन धाराओं में फंसाने के लिए युवक ने लोहे की नुकीली रॉड को गर्म कर अपने शरीर पर गोली जैसे घाव के निशान बनाए और खुद पर कातिलाना हमला होने की कहानी पुलिस को सुनाई थी. शिकायत के बाद पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज कर दिया था. लेकिन जब डॉक्टर की रिपोर्ट सामने आई तो पूरी कहानी से पर्दा उठ गया. पुलिस अब फरियादी को ही झूठी कहानी के साजिश में आरोपी बनाया है.
दरअसल, गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के शिव कॉलोनी में रहने वाले वीनू उर्फ श्रीकांत गुर्जर के परिजन ने उसे 29 दिसंबर की रात एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां परिजनों ने डॉक्टरों को उसे गोली मारने की बात बताई गई थी. सीने पर राइट साइड गोली लगने और ठीक पीछे पीठ पर गोली चीरते हुए निकलने के घाव थे. घाव को देख डॉक्टरों ने घायल को तुरंत आईसीयू में भर्ती करा था. वहीं पुलिस को घटना की सूचना दी थी. पुलिस हॉस्पिटल पहुंची तो घायल वीनू और उसके भाई दीपेंद्र ने घटना के बारे में जो कहानी सुनाई उसके अनुसार रवि घुरैया, शिवम तोमर, रवि गुर्जर, विशाल वाल्मीक और हरिओम वाल्मीक ने झगड़े के चलते उसे गोली मारी है.
सीटी स्कैन की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
पुलिस ने उसकी कहानी पर विश्वास कर तत्काल पांच लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया था. लेकिन बाद में जब डॉक्टर ने अस्पताल में घायल वीनू का एक्स-रे कराया तो शरीर के अंदर बुलेट नहीं मिली. इसके बाद शक हुआ तो डॉक्टरों ने सीटी स्कैन कराया. सीटी स्कैन रिपोर्ट से पूरे मामले का खुलासा हो गया. रिपोर्ट में न तो गोली सीना भेदकर शरीर के अंदर गई और ना पीठ से बाहर निकली थी. बल्कि रिपोर्ट में यह घाव गन शॉट का नहीं था.
पुलिस को सुनाई झूठी कहानी
डॉक्टरों ने जब घायल वीनू गुर्जर के घाव की पड़ताल की तो सामने आया कि वो किसी गर्म लोहे की रॉड से किया गया था. जिसे लेकर डॉक्टरों ने तुरंत पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी. पुलिस ने फिर से इसकी जांच पड़ताल की तो पता चला कि विरोधियों को फंसाने के लिए वीनू ने अपने शरीर में गर्म रॉड चुभोकर यह घाव बनाए हैं. गोली मारकर हत्या के प्रयास की जो कहानी सुनाई गई वो पूरी तरह झूठी है. घायल वीनू ने जिन युवकों पर हमला करने का आरोप लगाया था वो पांचों युवक गोला का मंदिर में एक जिम में एक्सासाइज के लिए जाते थे. जिम में वीनू का रवि घुरैया से झगड़ा हो गया था, जिस पर युवकों ने मारपीट वीनू के साथ मारपीट की थी. उसी का बदला लेने के लिए वीनू ने गोली मारी जाने की झूठी कहानी पुलिस को सुनाई.
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