इंगलैंड के ऑक्सफोर्ड और बर्मिंघम विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं को सैकड़ों अलग-अलग डायनासोर के पैरों के निशान मिले हैं. ये निशान खदान की जमीन में मिले हैं. ये निशाना मध्य जुरासिक काल (लगभग 166 मिलियन वर्ष पहले) के हैं. खोजकर्ताओं को कई विशाल ट्रैकवे भी मिले हैं. ये ट्रैकवे एक विशाल ‘डायनासोर मार्ग’ का हिस्सा है और इनमें नौ मीटर के मेगालोसॉरस और उससे दोगुने आकार के शाकाहारी डायनासोर के पैरों के निशान मिले हैं.
उत्खनन का प्रसारण 8 जनवरी को बीबीसी टू के डिगिंग फॉर ब्रिटेन पर किया जाएगा और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री (OUMNH) में एक नई सार्वजनिक प्रदर्शनी ब्रेकिंग ग्राउंड में दिखाया जाएगा. ये पैरों के निशान डायनासोर के जीवन और उसके रहन-सहन को दर्शाता है.
ऑक्सफोर्डशायर में डेवर्स फार्म क्वारी में की गई खुदाई में पांच बड़े ट्रैकवे मिले, जिनके आस-पास के क्षेत्र में और भी ट्रैकवे होने के प्रमाण मिले. सबसे लंबे निरंतर ट्रैकवे की लंबाई 150 मीटर से ज्यादा थी.
सॉरोपोड्स और मेगालोसॉरस डायनासोर के मिले निशान
चार ट्रैकवे विशालकाय, लंबी गर्दन वाले, शाकाहारी डायनासोर द्वारा बनाए गए थे, जिन्हें सॉरोपोड्स कहा जाता है, जो संभवतः सीटियोसॉरस थे. पांचवां ट्रैकवे मांसाहारी थेरोपोड डायनासोर, मेगालोसॉरस द्वारा बनाया गया था, जिसके पंजे के साथ विशिष्ट, बड़े, तीन-उंगलियों वाले पैर थे.
साइट के एक क्षेत्र में मांसाहारी और शाकाहारी ट्रैक एक-दूसरे को पार करते हुए दिखाई देते हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या और कैसे दोनों परस्पर मिलते थे. मेगालोसॉरस दुनिया भर में पहला डायनासोर था, जिसका वैज्ञानिक रूप से नाम और वर्णन 1824 में किया गया था, और इसने डायनासोर विज्ञान के पिछले 200 वर्षों की शुरुआत की थी.
OUMNH में वर्टेब्रेट पैलियोन्टोलॉजिस्ट डॉ एम्मा निकोल्स ने बताया कि वैज्ञानिकों को पृथ्वी पर किसी भी अन्य डायनासोर की तुलना में मेगालोसॉरस के बारे में लंबे समय से पता है और वे इसका अध्ययन कर रहे हैं और फिर भी ये हालिया खोजें साबित करती हैं कि इन जानवरों के होने के नए सबूत अभी भी मौजूद हैं, जिन्हें खोजा जाना बाकी है.
साइट के बनाए गए 3D मॉडल
पैरों के निशान मिट्टी के नीचे दबे हुए थे, लेकिन जब खदान के कर्मचारी गैरी जॉनसन ने खदान के फर्श को उजागर करने के लिए अपने वाहन से मिट्टी को हटाने लगे. उस समय इसकी जानकारी मिली. डेवर्स फार्म और डन्स ट्यू क्वारी मैनेजर मार्क स्टैनवे और उनके कर्मचारियों के साथ मिलकर उत्खनन कर रहे हैं. ऑक्सफोर्ड और बर्मिंघम विश्वविद्यालयों ने जून 2024 में एक सप्ताह तक चलने वाली खुदाई में 100 से अधिक लोगों की एक टीम का सह-नेतृत्व किया.
उन्होंने कड़ी मेहनत से लगभग 200 पैरों के निशान खोजे और हवाई ड्रोन फोटोग्राफ़ी का उपयोग करके साइट के विस्तृत 3D मॉडल बनाए. भविष्य के शोध के लिए पैरों के निशानों का दस्तावेजीकरण किया.
बर्मिंघम विश्वविद्यालय में माइक्रोपेलियंटोलॉजी की प्रोफेसर क्रिस्टी एडगर ने कहा कि ये पदचिह्न डायनासोर के जीवन में एक असाधारण झलक प्रदान करते हैं. स्मिथस ब्लेचिंगटन में मार्क स्टैनवे और उनकी टीम ने प्रारंभिक खोज से लेकर पूर्ण उत्खनन तक बहुत अधिक सहायता प्रदान की.
डायनासोर से जुड़े रिसर्च में बड़ा खुलासा
नए ट्रैकवे 1997 में क्षेत्र में की गई खोजों से जुड़ते हैं, जहां पिछली चूना पत्थर की खदान में 40 से अधिक पैरों के निशान मिले थे, जिनमें से कुछ ट्रैकवे 180 मीटर तक लंबे थे. उस समय, साइट ने मध्य जुरासिक काल के दौरान यूके में मौजूद डायनासोर के प्रकारों के बारे में प्रमुख नई जानकारी प्रदान की. इस साइट को दुनिया में सबसे वैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण डायनासोर ट्रैक साइटों में से एक के रूप में मान्यता दी गई थी और बाद में इसे विशेष वैज्ञानिक रुचि का स्थल नामित किया गया था.
हालांकि, मूल साइट अब काफी हद तक सुलभ नहीं है और चूंकि खोज डिजिटल कैमरों और ड्रोन के उपयोग से पहले की है, इसलिए सीमित फोटोग्राफिक साक्ष्य हैं. नए ट्रैकवे के मिलने में तीस साल का अंतर है, लेकिन आधुनिक तकनीकों और प्रौद्योगिकी का मतलब है कि प्रिंटों को पहले से कहीं ज्यादा व्यापक रूप से रिकॉर्ड किया जा सकता है.
डायनासोर के पैरों की बनाई गईं 20 हजार से ज्यादा तस्वीरें
बर्मिंघम विश्वविद्यालय में पैलियोबायोलॉजी के प्रोफेसर रिचर्ड बटलर ने कहा: “इस साइट से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं, जो हमारी राष्ट्रीय पृथ्वी विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हमारे 3D मॉडल शोधकर्ताओं को अध्ययन जारी रखने और आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे अतीत के इस आकर्षक टुकड़े को सुलभ बनाने की अनुमति देंगे.
नई खुदाई के दौरान, प्रिंटों की 20,000 से ज्यादा तस्वीरें बनाई गईं. ये आगे के अध्ययन और शिक्षा के लिए बहुत सारी सामग्री प्रदान करेंगे और इन डायनासोरों के चलने के तरीके, उनकी गति, उनके आकार और उनके आपस में बातचीत करने के तरीके के बारे में मूल्यवान जानकारी दे सकते हैं. ओयूएमएनएच के पृथ्वी वैज्ञानिक डॉ. डंकन मर्डॉक ने कहा कि संरक्षण इतना विस्तृत है कि हम देख सकते हैं कि डायनासोर के पैरों के कारण मिट्टी कैसे विकृत हो गई थी.
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link