Ghaziabad News :
सूबे में घपलेबाज बिल्डरों से वसूली के मामले में गाजियाबाद टॉप पर है। जिले में रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (RERA) द्वारा बिल्डरों की कमी पाई जाने पर जारी की गईं आरसी (रिकवरी चालान) में से 76 प्रतिशत मामलों में रिकवरी हुई है। बगल वाले जनपद गौतमबुद्ध नगर में यह आंकड़ा 28 प्रतिशत पर अटका पड़ा है। बता दें कि बिल्डरों द्वारा आवंटियों के साथ गड़बड़ी किए जाने पर आवंटी रेरा का दरवाजा खटखटाते हैं और मामले में दोनों पक्षों को सुनने के बाद रेरा के द्वारा रिकवरी चालान किए जाते हैं। रिकवरी चालान के आधार पर वसूली कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होती है। यानि इस मामले में गाजियाबाद जिला प्रशासन ने सूबे में सबसे बेहतर काम किया है।
गाजियाबाद में सबसे ज्यादा 76 प्रतिशत रिकवरी
राजस्व परिषद के आंकड़ो के मुताबिक गाजियाबाद जिला प्रशासन ने 76 प्रतिशत रिकवरी की है जबकि 24 प्रतिशत रिकवरी करना बाकी है। जनपद में कुल 1065 रिकवरी चालान यूपी रेरा की ओर से जारी किए गए थे, इनमें से 699 रिकवरी चालान वसूले जाने से करीब 76 प्रतिशत मामलों में आवंटियों को राहत मिली है। बगल वाले जनपद गौतमबुद्धनगर में यूपी रेरा की ओर से कुल 5297 रिकवरी चालान जारी किए गए जबकि मात्र 1226 चालान ही वसूले ही जा सके, यानि करीब 29 प्रतिशत मामलों में ही रिकवरी हो सकी।
204 करोड़ वसूले, 94 करोड़ बाकी
जिला मजिस्ट्रेट गाजियाबाद के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक बिल्डरों के खिलाफ यूपी रेरा से जारी किए गए 699 रिकवरी चालानों से 204.47 करोड़ रुपये की राशि वसूल की जा चुकी है, गाजियाबाद में 365 रिकवरी चालान से 94.31 करोड़ रुपये की वसूली होनी बाकी है। इस तरह गौतमबुद्ध नगर जनपद में बात करें तो अब तक कुल 1226 चालानों पर 405.03 करोड़ रुपये की रिवकवरी की गई है, जबकि 4071 चालान से 1512.90 करोड़ रुपये की रिकवरी अभी पैंडिंग है। यानि सबसे ज्यादा रकम की वसूली यूपी में गौतमबुद्ध नगर जनपद ने की है, फिर भी करीब 22 प्रतिशत मामलों में ही रिकवरी हो सकी, इस हिसाब से गाजियाबाद के 76 प्रतिशत मामलों में रिकवरी के आंकड़े से गौतमबुद्ध नगर काफी पीछे रह गया।
मामलों और राशि के मामले में गौतमबुद्धनगर अव्वल
कुल मिलाकर यूपी रेरा द्वारा जारी किए गए रिकवरी चालान की संख्या के और उनसे वसूली जाने वाली राशि की बात करें तो गौतमबुद्धनगर जनपद यूपी में टॉप पर और गाजियाबाद दूसरे नंबर पर रहा। गौतमबुद्धनगर में कुल 1226 रिकवरी चालान वसूल किए गए और इनसे 405.03 करोड़ की राशि आंवटियों को प्राप्त हुई, जबकि गाजियाबाद में कुल 699 रिकवरी चालानों की वसूली कर जिला प्रशासन ने 204.47 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति कराई। लखनऊ ने अब तक 88.74 करोड़ रुपये के केवल 423 रिकवरी चालान से 88.65 करोड़ रुपये ही वसूल किए गए हैं, जबकि 600 आरसी लखनऊ के जिला प्रशासन के पास लंबित हैं।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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