अरविंद केजरीवाल और राजीव रंजन.
दिल्ली की सियासत में पूर्वांचल और बिहार का मुद्दा हावी है. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल इस वर्ग को साधने में जुटे हैं. इस बीच जेडीयू ने बड़ा ऐलान किया है. केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा है कि एनडीए के साथ गठबंधन में जेडीयू दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ेगी. साथ ही केजरीवाल का पूर्वांचलियों और बिहार के लोगों के प्रति जो प्रेम जग रहा है, उसे वीडियो और ऑडियो के जरिए एक्सपोज करेगी. केजरीवाल मौकापरस्त हैं. कोरोनाकाल में केजरीवाल ने पूर्वांचल और बिहार के लाखों लोगों को नोएडा बॉर्डर पर भेज दिया था. हम अरविंद केजरीवाल को बेनकाब करेंगे.
केजरीवाल पर हमलावर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने कहा, आजकल केजरीवाल का पूर्वांचलियों के प्रति प्रेम जग रहा है. वास्तव में वो मौकापरस्त हैं. हमने जो वीडियो दिखाया, उसमें उन्होंने कहा है कि बिहारी 5 सौ रुपये का टिकट कटाता है और दिल्ली आकर 5 लाख का इलाज कराकर चला जाता है. क्या दिल्ली उनकी जागीर है? पूर्वांचल के लोगों और बिहार के लोगों के बारे में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किसी ने नहीं किया. ये उनका प्रेम है.
केजरीवाल बहुत मौकापरस्त आदमी हैं
राजीव रंजन ने कहा, नड्डा साहब ने राज्यसभा में रोहिंग्या के बारे में कहा था. केजरीवाल ने उसे पूर्वांचल के लोगों से जोड़ दिया. केजरीवाल बहुत मौकापरस्त आदमी हैं. वो राजनीतिक व्यक्ति नहीं हैं. वो सरकारी सेवा में थे. इनकम टैक्स अफसर थे. वो अन्ना हजारे के आंदोलन में गए. उनका काम मुंह में राम बगल में छूरी वाला है.
लोगों को खदेड़कर नोएडा बॉर्डर पर भेजा था
केंद्रीय मंत्री के हमले यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा, केजरीवाल की महत्वाकांक्षा राजनीति की थी और जुड़ गए अन्ना हजारे के आंदोलन से. फिर उनको डंप कर दिया. ये सब उनकी हिप्पोक्रेसी है. कोरोनाकाल में बिहारियों के लिए उन्होंने एक भी जगह कैंप नहीं चलवाया. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आयुक्त को निर्देश दिया था कि जहां-जहां राज्य के लोग हैं, उनके लिए कैंप लगवाइए. जबकि केजरीवाल ने सबको बस में भरकर और पैदल खदेड़कर नोएडा बॉर्डर पर भेज दिया था. नीतीश कुमार ने 25 लाख लोगों को कैंप में रखकर खाना खिलाया, गांव भेजा और उनके रोजगार की व्यवस्था की.
– India Samachar
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