Ghaziabad News :
ठंड ने अपने सितम दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार तड़के हुई बूंदाबांदी के बाद पूरे दिन सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए और लोग कंपकपी से बचने के लिए घरों में छिपे रहे, लेकिन आठ वर्षों से अपनी जमीन को लेकर आंदोलन कर रहे मंडोला के किसानों ने अर्धनग्न होकर दिल्ली में किसान घाट जाने का ऐलान किया हुआ था, सो निकल पड़े। हालांकि किसानों को इस हाल में जाते देख अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और ऐसा करने से रोकने के लिए जा पहुंचे।
मान मनव्वल के बाद मान गए किसान
काफी देर तक मान मनव्वल का दौर चला, इस बीच किसान हाड कंपाती ठंड में अर्धनग्न हालत में पेट के बल सड़क पर लेटकर दिल्ली की ओर बढ़ते देखे गए, लेकिन फिर 26 दिसंबर को प्रमुख सचिव से वार्ता के आश्वासन पर मान गए और सड़क पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद वापस धरनास्थल लौट गए। किसानों का कहना कि प्रमुख सचिव से वार्ता में भी हमारी समस्या का समाधान नहीं निकला तो आवास एवं विकास परिषद कार्यालय पर तालाबंदी की जाएगी।
सड़क पर मंगाई गई पूर्व प्रधानमंत्री की तस्वीर
अधिकारियों के प्रमुख सचिव से वार्ता कराने के आश्वासन पर किसान मान गए लेकिन उन्होंने किसान मसीहा और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने की बात कही तो अधिकारियों ने तत्काल पूर्व प्रधानमंत्री की तस्वीर उपलब्ध कराई और किसानों सड़क पर पूर्व प्रधानमंत्री की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बाद में किसान मंडोला में धरना स्थल पर जा बैठे।
पहले से कर रखा था प्रदर्शन का ऐलान
आवास एवं विकास परिषद की मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसान आठ वर्षों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही। इन किसानों ने किसान दिवस पर अर्धनग्न होकर दिल्ली में किसान घाट जाने का ऐलान किया था। अपने ऐलान के मुताबिक किसानों ने दिल्ली का रुख भी कर दिया था लेकिन आवास एवं विकास परिषद, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मान- मनव्वल करते हुए किसानों ने दिल्ली जाने से रोक लिया। अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया है कि 26 दिसंबर को उनकी प्रमुख सचिव के साथ वार्ता कराई जाएगी।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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