लेबनान में अचानक हुए पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट को लेकर CBS न्यूज़ के इन्वेस्टिगेशन में नई जानकारी निकलकर सामने आई है. CBS न्यूज़ के ’60 मिनट’ शो में रविवार और सोमवार की आधी रात हाल ही में मोसाद से रिटायर्ड हुए दो एजेंट्स ने इजराइल के ऑपरेशन से जुड़ी अहम जानकारी दी.
CBS न्यूज़ की पत्रकार लेसली स्टाहल ने मोसाद के दोनों एजेंट्स से बात की. नेटवर्क के मुताबिक यह दोनों एजेंट पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के इजराइली ऑपरेशन से जुड़े हुए थे. दोनों ही एजेंट की पहचान छिपाने के लिए चैनल ने उन्हें नकाब पहना रखा था, रिपोर्ट में एजेंट्स के नाम और आवाज़ बदलकर पेश किया गया है.
एक दशक पहले शुरू कर दी थी प्लानिंग
मोसाद एजेंट ने बताया कि इस ऑपरेशन की शुरुआत करीब 10 साल पहले ही कर दी गई थी. मोसाद ने सबसे पहले वॉकी-टॉकी में विस्फोटक लगाना शुरू किया था, लेकिन 10 साल तक उसने इसे गुप्त रखा.
इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के एजेंट माइकल (बदला हुआ नाम) ने बताया कि वॉकी-टॉकी में विस्फोटक लगाने की शुरुआत एक दशक पहले की गई थी, इस सोच के साथ कि हिजबुल्लाह के लड़ाके इसे अपने वेस्ट में सीने के करीब यानी दिल के पास रखेंगे. मोसाद एजेंट माइकल (बदला हुआ नाम) ने बताया कि हिजबुल्लाह ने मोसाद द्वारा निर्मित करीब 16 हज़ार वॉकी-टॉकी अच्छे दामों पर खरीदे.
माइकल ने बताया कि, ‘हमने एक दिखावटी दुनिया बनाई.’ मोसाद एजेंट ने कहा कि, ‘हम एक ग्लोबल प्रोडक्शन कंपनी की तरह हैं, हम डायरेक्टर हैं, हम ही प्रोड्यूसर हैं, हम ही मुख्य अभिनेता है और पूरी दुनिया हमारा मंच है.’
सप्लाई चेन में घुसपैठ कर बनाई शेल कंपनी
मोसाद एजेंट ने कहा कि हम वॉकी-टॉकी की कीमत काफी कम नहीं रख सकते थे वरना उन्हें हम पर शक हो सकता था. साथ ही मोसाद को बिक्री में अपनी भूमिका उजागर होने से भी बचानी थी लिहाजा हमने सप्लाई चेन में घुसपैठ कर रेडियो बनाने वाली एक शेल कंपनी बनाई.
लेकिन वॉकी-टॉकी जैसे उपकरणों का सामान्य तौर पर इस्तेमाल कम होता जा रहा था लिहाजा मोसाद ने दूसरे उपकरण यानी पेजर्स का डिस्ट्रिब्यूटर बनने का ऑपरेशन शुरू किया. खुफिया एजेंसी को पता चला कि हिजबुल्लाह ताइवान की गोल्ड अपोलो कंपनी से पेजर खरीद रहा है. उसने इसमें भी विस्फोटक लगाना शुरू कर दिया, जबकि मुख्य निर्माता कंपनी को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
जब पेजर देख भड़क गए थे मोसाद चीफ
मोसाद के दूसरे एजेंट गैब्रिएल (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उसने मोसाद चीफ डेविड बार्निया के सामने पेजर पेश किया था, जिसमें विस्फोटक रखने के लिए उसका साइज बड़ा करना पड़ा था. एजेंट ने बताया कि मोसाद चीफ काफी नाराज हुए, उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में कोई इतना बड़ा डिवाइस नहीं खरीद सकता. इसे आसानी से पॉकेट में नहीं रखा जा सकता और यह काफी भारी भी है.
बार्निया ने मोसाद एजेंट गैब्रिएल (बदला हुआ नाम) को उस पेजर को दोबारा डिजाइल करने को कहा लेकिन एक अन्य एजेंट ने मोसाद चीफ को इस बात के लिए मना लिया कि यह काम करेगा और हिजबुल्लाह इस डिवाइस को ऐसे ही खरीदने के लिए राज़ी होगा.
मोसाद के बनाए पेजर खरीदने के लिए ऐसे मनाया
मोसाद ने गोल्ड अपोलो के मार्केटिंग मैनेजर को नियुक्त किया जिसने हिजबुल्लाह को मौजूदा उपकरणों का अपग्रेडेड वर्जन बिक्री के लिए पेश किया.जब हिजबुल्लाह हमसे यह उपकरण खरीद रहा था तो उसे बिलकुल भी पता नहीं था कि वह यह सब कुछ मोसाद से खरीद रहा है.
हमने एक ‘ट्रॉमा शो’ बनाया, पर्दे के पीछे सब कुछ हम नियंत्रित कर रहे थे. उनके अनुभव के अनुसार सब कुछ सामान्य था, सब कुछ 100 फीसदी फिट था- बिजनेसमैन, मार्केटिंग, इंजीनियर्स, शोरूम, सब कुछ. मोसाद एजेंट ने बताया कि हिजबुल्लाह जिन पेजर्स का पहले इस्तेमाल करता था वह आकार में काफी छोटे और हल्के थे, लिहाजा उन्हें विस्फोटक वाले आकार में थोड़े बड़े और ज्यादा वजनी पेजर्स खरीदने के लिए हिजबुल्लाह को मनाने में करीब 2 हफ्ते का समय लग गया.
मोसाद ने यूट्यूब पर फेक विज्ञापन भी दिखाए
सितंबर 2024 तक हिजबुल्लाह करीब 5000 पेजर खरीद चुका था. एजेंट माइकल ने बताया कि, ‘हमारे पास विदेशी कंपनियों को बनाने की अविश्वसनीय संभावनाएं हैं, जिनका इजराइल से कोई संबंध नहीं है. शेल कंपनियों के ऊपर शेल कंपनियां सप्लाई चेन को हमारे पक्ष में प्रभावित करने के लिए हैं.
यही नहीं मोसाद ने अपने बनाए उपकरणों का विज्ञापन भी बनाया और उन्हें ऐसे दिखाया कि वह नए फीचर, अपग्रेडेड वर्जन और वॉटर रेजिस्टेंस क्षमता के साथ सबसे बेहतरीन प्रोडक्ट्स हैं. मार्केटिंग के लिए फेक यूट्यूब विज्ञापन बनाए गए और दिखाया गया कि इन पर पानी, मिट्टी का असर नहीं होगा साथ ही बैटरी लंबे समय तक चलने वाली होगी.
पत्रकार स्ताहल ने मोसाद एजेंट से पूछा कि क्या हिजबुल्लाह के अलावा किसी अन्य कस्टमर ने भी उनसे इन प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए संपर्क किया था? इस सवाल के जवाब में मोसाद एजेंट ग्रैबिएल ने कहा कि, ‘शेल कंपनियों को संभावित उपभोक्ताओं की ओर से कई बार अनुरोध मिले, लेकिन हमने उन्हें यह नहीं बेचा, हमने उनके सामने काफी महंगे दाम रखे.’
हिजबुल्लाह ने अपने ही पैसों से खरीदी मौत!
हिजबुल्लाह को बेचने से पहले मोसाद ने इन उपकरणों का कई बार डमी पर परीक्षण भी किया था, जिससे यह तय किया जा सके कि किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए कितने विस्फोटक की जरूरत है. मोसाद एजेंट का कहना है कि उनकी पूरी कोशिश थी कि नुकसान सिर्फ हिजबुल्लाह के उन लड़ाकों को जिनके हाथ में पेजर या वॉकी-टॉकी है, उसके आस-पास मौजूद किसी अन्य शख्स को कोई हानि न पहुंचे.
A former Mossad agent says the spy agency tested the pagers to ensure there was just enough explosive to harm the Hezbollah fighter — but not the person next to him. pic.twitter.com/KJ93uZkpjf
— 60 Minutes (@60Minutes) December 23, 2024
मोसाद एजेंट ने यह भी बताया कि यह डिवाइस सिर्फ एक छोटे बम की तरह इस्तेमाल करने के लिए बनाए गए थे, इनकी कोई खुफिया क्षमता नहीं थी जिससे उन्हें निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जा सके. मोसाद एजेंट ने कहा कि, ‘यह स्वभाव से काफी बेवकूफाना उपकरण है और यही वजह है कि हिजबुल्लाह इसका इस्तेमाल कर रहा था. इसे टैप करने का कोई रास्ता नहीं है, इससे सिर्फ संदेश भेजा जा सकता था और कुछ ग्राम विस्फोटक.’
मोसाद ने हर छोटी से छोटी चीज का रखा ख्याल
इसके अलावा पेजर ब्लास्ट से पहले जो बीपर बज़ा था उसके रिंगटोन को लेकर भी मोसाद ने काफी विकल्पों पर विचार किया था. वह एक ऐसी आवाज़ चाहते थे जिसके बजने पर पेजर का मालिक उसे पॉकेट से निकालकर हाथ में लेने को मजबूर हो जाए, साथ ही उन्होंने यह भी पता लगाया कि औसतन किसी शख्स को इस डिवाइस को पॉकेट से निकालने में 7 सेकेंड का समय लगता है.
हिजबुल्लाह को शक हुआ इसलिए ब्लास्ट किया
मोसाद एजेंट्स ने बताया कि हिजबुल्लाह को इन उपकरणों को लेकर शक हो गया था, जिसकी भनक लगते ही 17 सितंबर को मोसाद चीफ डेविड बार्निया ने पेजर अटैक का आदेश दिया. इसके अगले दिन लेबनान में वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुए. इन धमाकों से दो दिन में लेबनान में दो बच्चों समेत 30 लोगों की मौत हुई और करीब 3 हजार से अधिक लोग घायल हुए.
मोसाद एजेंट ने दावा किया कि जिस दिन पेजर अटैक हुआ, उस दिन तत्कालीन हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के साथ बंकर में मौजूद कई लोगों के पास पेजर थे और उन्होंने अपनी आंखों के सामने उन लोगों को पेजर अटैक से मरते देखा.
Hezbollah leader Nasrallah saw pagers exploding and fighters collapsing near him in the bunker, says a former Mossad agent. Asked how he knew this, hed only say: Its a strong rumor. pic.twitter.com/5RCGnMIr05
— 60 Minutes (@60Minutes) December 23, 2024
पत्रकार ने मोसाद एजेंट से इस दावे के बारे में पूछा कि उन्हें यह कैसे पता चला तो एजेंट ने बताया कि ‘यह एक मजबूत अफवाह है.’ पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के 2 दिन बाद 19 सितंबर को हसन नसरल्लाह ने टेलीवाइज्ड स्पीच दी. नसरल्लाह के भाषण को लेकर मोसाद एजेंट ने कहा कि, ‘अगर आप उसकी आंखों को देखें, तो वह हार चुका था,वह पहले ही युद्ध हार चुका थाऔर उसके लड़ाके उस भाषण के दौरान उसे देख रहे थे. उन्होंने एक टूटा हुआ नेता देखा जो कि हिजबुल्लाह के साथ जंग का एक निणार्यक मोड़ था.’
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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