जर्मनी में मैगडेबर्ग की क्रिसमस मार्केट में कार से लोगों रोंदने वाले मामले में नया खुलासा हुआ है. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सऊदी अरब ने संदिग्ध के बारे में जर्मन अधिकारियों को कई चेतावनियां जारी की थीं. इस घटना ने एक बच्चे समेत 5 लोगों की जान ले ली और करीब 200 लोग घायल हुए हैं. सऊदी अधिकारियों ने जर्मन खुफिया सर्विस और देश के विदेश मंत्रालय को संदिग्ध से जुड़ी चार औपचारिक सूचनाएं भेजीं, जिन्हें ‘नोट्स वर्बल’ के नाम से जाना जाता है.
CNN ने सूत्रों के हवाले से छापा कि सऊदी ने इन चेतावनियों में शख्स की पहचान बताई थी. जिसे जर्मन मीडिया ने तालेब अल अब्दुलमोहसेन बताया और उसकी गतिविधियों और विश्वासों के बारे में चिंताओं को साझा किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक सभी चेतावनियों को जर्मन अधिकारियों ने नजर-अंदाज कर दिया था.
हमले से पहली दी थी चेतावनी
संदिग्ध के खिलाफ शिकायतों में यह आरोप भी शामिल था कि उसने सऊदी नागरिकों को देश छोड़ने और अपना धर्म त्यागने के लिए मनाने की कोशिश की थी. कहा जाता है कि सऊदी अरब को उस व्यक्ति के कट्टरपंथी दृष्टिकोण के बारे में पता था और उसने ये बात जर्मन अधिकारियों से भी साझा की थी. CNN की दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब ने हमले से पहले कम से कम तीन बार जर्मन अधिकारियों को उस व्यक्ति के बारे में सचेत किया था.
2007 से दी जा रही चेतावनी
पहली चेतावनी 2007 में आई थी और जिसमें सऊदी अधिकारियों ने तालेब ए. के अलग-अलग तरह के कट्टरपंथी विचारों को बताया था.
सऊदी किंगडम तालेब को एक भगोड़ा मानता है और 2007 और 2008 के बीच जर्मनी से उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध कर चुका है. जर्मन अधिकारियों ने कथित तौर पर व्यक्ति की सुरक्षा का हवाला देते हुए इस अनुरोध को खारिज कर दिया था.
सऊदी अधिकारियों ने ये आरोप भी लगाया है कि मैगडेबर्ग क्रिसमस बाजार में हमला करने वाले संदिग्ध ने विदेश में रहने वाले सऊदी लोगों को परेशान किया था, जो उसके राजनीतिक विचारों का विरोध करते थे. इसके अलावा CNN की रिपोर्ट में तालेब को जर्मनी की फॉर राइट पार्टी अल्टरनेटिव फ़ॉर जर्मनी (AfD) का समर्थक बताया गया है और कट्टरपंथी इस्लाम विरोधी विचार रखने वाला बताया गया है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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