Ghaziabad News :
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की सभी संपत्तियां ऑनलाइन होगी। हर प्रोपर्टी की पूरी कुंडली सर्वर पर मौजूद रहेगी। बस प्रोपर्टी की यूनिक आईडी, जो लॉगिन आईडी का काम करेगी, उसके साथ पासवर्ड डालकर आवंटी कहीं भी बैठकर सब कुछ जान सकेगा। यह सब जीडीए द्वारा एचडीएफसी बैंक के साथ मिलकर तैयार किए जा रहे सिस्टम से संभव होगा, इस सिस्टम का नाम है पीएमएस यानि प्रोपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम। चिंता न करें, प्रोपर्टी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी केवल प्रोपर्टी मालिक ही देख सकेगा, क्योंकि पासवर्ड उसी के पास होगा। इस सिस्टम की सबसे खास बात यह होगी कि अब बाबू आवंटियों को अपने पीछे चक्कर लगाने को मजबूर नहीं कर सकेंगे।
जीडीए की साइट पर मिलेगा गेटवे
पीएमएस पर कैसे जाएंगे, इसकी चिंता न करें। इसके लिए बस आपको जीडीए की वेबसाइट पर जाना होगा, और वहीं से आपको पीएमएस पर जाने का रास्ता यानि गेटवे मिल जाएगा। क्लिक करते लॉगिन आईडी और पासवर्ड डालते ही संबंधित प्रोपर्टी की पूरी कुंडली स्क्रीन पर होगी। प्रोपर्टी की यूनिक आईडी ही लॉगिन आईडी का काम करेगी और पासवर्ड प्रोपर्टी स्वामी के पास होगा। प्रोपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए जीडीए ने अपनी सभी प्रोपर्टी ऑनलाइन करने की तैयारी पूरी कर ली है। अधिकारियों के समक्ष एचडीएफसी बैंक द्वारा नामित कंप्यूटर केंद्र, आगरा की टीम के द्वारा इस सिस्टम का प्रजेंटेशन भी हो गया।
नए साल में लागू होगा नया सिस्टम
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि प्रोपर्टी मैनेजमेंट के लिए तैयार कराया गया है यह नया सिस्टम नए साल में लागू हो जाएगा। जीडीए जनवरी के दूसरे सप्ताह में पीएमएस की लॉचिंग की तैयारी कर रहा है। उन्होंने बताया कि पीएमएस के जरिए प्राधिकरण की संपत्तियों की बिक्री, खरीद, नाम दर्ज यानि म्यूटेशन और अन्य संबंधित मामले आसान हो जाएंगे। नामांतरण और अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए किसी को जीडीए के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। एचडीएफसी बैंक द्वारा नामित कंप्यूटर केंद्र, आगरा के प्रतिनिधि जीपी अग्रवाल ने अपनी टीम के साथ जीडीए अधिकारियों को पीएमएस से जुड़ी पूरी जानकारी पीपीटी के जरिए दी।
सबसे पहले नई संपत्तियां होंंगी ऑनलाइन
पीएमएस पर सबसे पहले नई संपत्तियां अपलोड होंगी। पहले चरण में केवल साफ- सुथरी और नई आवंटित संपत्तियों के क्रय-विक्रय, नाम दर्ज, नोड्यूज आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। दूसरे चरण में लीगेसी यानि विरासत वाली संपत्तियों का डाटा सिस्टम पर अपडेट होगा। जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि पीएमएस पर प्रोपर्टी अपलोड होने के बाद बाबूओं के मकड़जाल में न फाइलें फंसेंगी और न ही आवंटी। पीएमएस पर हर काम का समय निर्धारित होगा। एप्लाई करते ही कंप्यूटर समय की कैलकुलेशन शुरू कर देगा और समय पर काम पूरा हो, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को खुद अलर्ट करेगा। नतीजतन काम पर समय पर होंगे।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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