किशोर कुमार 60 के दशक के मस्तमौला इंसान थे. उनकी आवाज में जो जादू था, शायद वो आज के दौर के किसी भी सिंगर में देखने को न मिले. उन्होंने सिंगिंग, म्यूजिक डायरेक्शन और एक्टिंग तक सबकुछ किया है. लेकिन जितना बेहतरीन वो गाना गाते थे, उससे शानदार कुछ नहीं था. यही वजह है कि आज भी किशोर कुमार के गाने लोग न सिर्फ सुनते हैं बल्कि बहुत पसंद भी करते हैं. किशोर कुमार की एक पॉलिसी हुआ करती थी- ‘नो मनी, नो वर्क’. किशोर दा अपनी फीस को लेकर बहुत पाबंद थे.
किशोर कुमार की जिंदगी के कई किस्से हैं, जिनकी फिल्मी गलियारों में काफी चर्चा होती है. उनसे जुड़ा एक किस्सा तो ये भी है कि एक बार तो वो फिल्म के सेट पर आधा सिर मुंडवाकर पहुंच गए थे. इसके पीछे की वजह बहुत ही दिलचस्प है. चलिए जानते हैं. इसके बारे में उनकी पत्नी लीना चन्दावरकर ने खुद एक दफा बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में बताया था.
आधा सिर मुंडवाकर फिल्म के सेट पर पहुंचे किशोर दा
1961 में राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म ‘आनंद’ रिलीज हुई थी. इसमें आनंद का किरदार राजेश खन्ना ने निभाया था. कहा जाता है कि पहले इस फिल्म में ऋषिकेश मुखर्जी राजेश खन्ना को न लेकर किशोर कुमार को लेना चाहते थे. ऋषिकेश मुखर्जी ने जब किशोर कुमार को इस फिल्म की कहानी सुनाई तो किशोर कुमार को बहुत पसंद आई, लेकिन उनको इस फिल्म का अंत पसंद नहीं आया था.
खैर फिल्म की शूटिंग शुरू हुई, लेकिन ऋषिकेश मुखर्जी ने कहा कि वो किशोर कुमार को पैसा दो किस्तों में देंगे. अब किशोर कुमार ठहरे अपने उसूल के पक्के. वो चाहते थे कि पूरी फीस मिल जाए. जब बातों से ये मामला नहीं सुलझा तो मैटर कोर्ट पहुंच गया. कोर्ट ने आदेश दिया कि पहले फिल्म की शूटिंग पूरी की जाए, लेकिन किशोर कुमार तो किशोर कुमार थे, वो अपनी पॉलिसी पर ही काम करते थे.
अगले दिन जब किशोर दा फिल्म के सेट पर पहुंचे तो सब उनको देखकर हैरान हो गए. सेट पर वो आधा सिर मुंडवाकर और आधी मूंछ के साथ पहुंचे. जब उनसे इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आधे पैसे में तो आधा ही काम मिलेगा. इसके बाद तो ऋषिकेश मुखर्जी ने फिल्म की शूटिंग रोक दी. बाद में ‘आनंद’ के लिए राजेश खन्ना को कास्ट किया गया.
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