ऐतिहासिक और पौराणिक नगरी संभल की पहचान में शामिल सभी 19 कूप ढूंढ लिए गए हैं. इसी के साथ संभल में 6 तीर्थों की भी पहचान हो चुकी है. नगर में धार्मिक महत्व वाले इन स्थानों का सर्वे करने आई एएसआई की टीम ने भले ही सर्वे पूरा होने का ऐलान कर दिया है, लेकिन अभी भी यहां पर 62 तीर्थों की पहचान होनी बाकी है. इसके अलावा उन 36 पुरों और 52 सरायों की भी पहचान होनी बाकी है, जिसके बारे में विभिन्न पौराणिक और उत्तर पौराणिक ग्रंथों में विवरण मिलता है.इस प्रसंग में पहले हम उन स्थानों की चर्चा करते हैं, जिनपर एएसआई ने मुहर लगा दी है.
संभल के डीएम ने शनिवार को एक पत्र सार्वजनिक किया है. यह पत्र बीते 14 दिसंबर को एएसआई के डॉयरेक्टर को लिखा गया था. इसमें एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा ने बताया कि संभल में 19 कूपों और 6 तीर्थों की पहचान हो चुकी है. धार्मिक महत्व के इन सभी स्थानों का काल निर्धारण जरूरी है. एसडीएम के इस पत्र को ध्यान में रखते हुए एएसआई ने रविवार को कल्कि मंदिर समेत 22 स्थानों का सर्वे किया है. सर्वे पूरा होने के बाद एएसआई ने बताया कि अगले एक महीने के अंदर सर्वे की रिपोर्ट जारी कर दी जाएगी.
इन कूपों की हुई पहचान
संभल की पहचान में शामिल 19 कूपों में से पहला कूप चतुर्मुख कूप है. यह कूप आलम सराय में पानी की टंकी के पास में है. दूसरा अमृत कूप दुर्गा कॉलोनी स्थित कूप मंदिर में है. तीसरा अशोक कूप हल्लू सराय मोहल्ले में है. चौथा सप्तसागर कूप है. यह सरथल चौकी के पास सर्थलेश्वर मंदिर में हैं. पांचवा बलि कूप पुरानी तहसील के पास कूचे वाली गली में है.इसी प्रकार छठां कूप हयातनगर में धर्म कूप के नाम से है. सातवां कूप कोट पूर्वी मुहल्ले के शिवमंदिर में ऋषिकेश कूप के नाम से है. इसी प्रकार 8वां कूप कल्कि मंदिर के पास परासर कूप है तो 9वां संभल कोतवाली के सामने अकर्ममोचन कूप के नाम से है.
कल्कि मंदिर में भी मिला कूप
जामा मस्जिद चौकी के नीचे 10वां कूप धरणि वाराह कूप है. इसी प्रकार एक रात वाली मस्जिद के पास 11वां और जामा मस्जिद परिसर में 12वां प्राचीन कूप है. 13वां कूप बाल विद्या मंदिर के सामने है तो 14वां कूप न्यारियों वाली मस्जिद परिसर में है. 15वां प्राचीन कूप गद्दियों वाले मुहल्ले में और 16वां कूप सेठों वाली गली में है. 17वां प्राचीन कूप एजेंटी चौराहे के पास और 18वां कूप खग्गू सराय मुहल्ले में है. वहीं 19वें कूप की पहचान कल्कि विष्णु मंदिर स्थित कृष्णा कूप के रूप में हुई है.
इन तीर्थों की भी हुई पहचान
संभल एसडीएम वंदना मिश्रा के मुताबिक पौराणिक ग्रंथों में वर्णित 68 तीर्थों में से कुछ तीर्थों की पहचान हो चुकी है. इनमें पहला तीर्थ हौज भदेसरा में भद्रका आश्रम तीर्थ है. वहीं दूसरा तीर्थ जलालपुर मोहम्मदाबाद में स्वर्गदीप तीर्थ के नाम से है. तीसरा तीर्थ जलालपुर में ही चक्रपाणि तीर्थ के नाम से है. वहीं चौथा आर्य कोल्ड स्टोरेज के पास है. इसे श्मशान या प्राचीन तीर्थ के नाम से जानते हैं. इसी प्रकार यहां पर पांचवें तीर्थ के रूप में कल्कि विष्णु मंदिर को जाना जाता है.
इनकी खोज बाकी
पौराणिक ग्रंथों में भगवान नारायण की अवतार स्थली संभल की पहचान बताई गई है. इसमें कहा गया है कि यह 19 कूपों वाला नगर होगा. इसके अलावा यहां 68 तीर्थ और 36 पुरों के अलावा 52 सराय होंगे. इस पौराणिक पहचान के आधार पर संभल में 19 कूपों की तलाश पूरी हो चुकी है. इनमें से कई कूपों को जबरन ढंकवा दिया गया था. इसी प्रकार जिला प्रशासन और एएसआई की टीम ने पांच तीर्थों की भी पहचान कर ली है. जिला प्रशासन के आग्रह पर एएसआई की टीम ने इन सभी स्थानों का सर्वे भी कर लिया है. अब यहां 62 तीर्थ, 36 पुरे और 52 सरायों की पहचान होनी बाकी है.
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