उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहमान खेड़ा इलाके में बाघ देखे जाने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है. मीठे नगर ग्राम पंचायत के मजरा दुगोली गांव के राम लखन यादव ने बाघ को देखा तो घबरा गए. डर के कारण राम लखन साइकिल और सारा सामान छोड़कर गांव की तरफ भागे. हालांकि डीएफओ ने कहा कि अब तक जो संकेत मिले हैं उसके अनुसार बाघ के आदमखोर होने की संभावना नहीं है. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है. वहीं गांव वाले अब प्रशासन पर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे हैं.
डीएफओ सितांशु पाण्डेय के अजीबोगरीब तर्क के बाद बाघ को लेकर प्रशासन के रवैये से गांव वाले भी हैरान और परेशान हैं. तीन दिनों तक बाघ के न दिखने से लोगों ने राहत की सांस ली थी लेकिन अब वो एक बार फिर से दहशत में हैं. रहमान खेड़ा में बाघ को फिर से देखा गया है. जिससे लोगों में डर और दहशत का माहौल है.
बाघ को पकड़ने के लिए पांच टीमें तैनात
डीएफओ के बयान के साथ-साथ प्रशासन के रवैये की आलोचना हो रही है. लोगों को सुतली बम और बुलेट बम जैसे पटाखे देकर पिंड छुड़ाया जा रहा है. पिछले दस दिनों से पांच टीमें लगी हैं लेकिन बाघ का कहीं कोई अता पता नही है. प्रशासन दो किलोमीटर के रेंज में बाघ के होने की बात कर रहा है फिर भी बाघ प्रशासन की पकड़ से दूर है. गुरुवार को रहमान खेड़ा के लाखन ने 50 मीटर की दूरी से बाघ को देखा. इसकी सूचना वन विभाग को दी गई. वन विभाग की टीम ने बाघ के पैरों के निशान की पुष्टि की. हालांकि थर्मल ड्रोन से सर्च करने में बाघ कहीं दिखाई नहीं दिया. 10 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन के पास बाघ की जानकारी को लेकर कोई ठोस जवाब नही है. मूवमेंट कैप्चर करने के लिए 15 ट्रैप कैमरे और बाघ पकड़ने के लिए दो कैटिंच केज लगाए गए हैं.
लोगों को रात में बाहर नहीं निकलने की सलाह
बाघ कभी कटौली तो कभी दुगोली तो कभी किसी और गांव में देखा जा रहा है. उसे देखकर खेतों में काम कर रहे किसानों में डर का माहौल है. लोकेशन अभी भी इन्हीं तीन गांव के आसपास ही बताई जा रही है. पैरों के निशान के आधार पर वयस्क बाघ की पुष्टि हुई है. बाघ से डरने वाले अन्य वन्यजीवों की चहलकदमी भी शहर की ओर हो रही है. इसी आधार पर विभाग ने छह गांवों में अलर्ट जारी किया है. प्रशासन का कहना है कि बाघ को ये माहौल उसके अनुकूल लग रहा है इसलिए भी वो वापस जंगल की ओर नही जा रहा है .लोगों को रात में न निकलने की सलाह दी है.
ऐसा भी नहीं है कि वन विभाग की टीमें कुछ कर नहीं रही हैं. पिछले दस दिनों से वन विभाग की टीम दिनभर कॉम्बिंग करती रहती हैं. बुधवार तक बाघ के कहीं भी नए पगमार्क नजर नहीं आए थे और 36 घंटे तक आसपास के इलाकों में मूवमेंट का कोई निशान नहीं मिलने से आशंका जताई जा रही है कि बाघ ने अपना ठिकाना बदल दिया है. लेकिन रहमान खेड़ा में बाघ दिखने के बाद से एक बार फिर से ग्रामीण दहशत में हैं.
अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए हमारा एप्प डाउनलोड करें |
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Source link