Ghaziabad News :
दिल्ली की सीमा से सटे शालीमार गार्डन एक्सटेंशन- दो में दंपति के सुसाइड के मामले में पुलिस की जांच के दौरान नौ लोगों के नाम सामने आए हैं। इन सभी पर दंपति को जान देने के लिए मजबूर करने के आरोप में पुलिस ने दो मुकदमें दर्ज किए हैं। पुलिस आरोपियों को तलाश कर रही है, एक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग से पुष्टि हुई है। आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपियों के नाम पंकज की एक डायरी से मिले हैं। डायरी में दो अलग- अलग पन्नों पर सुसाइड नोट मिले हैं।
दिल्ली के गोकुलपुरी का था परिवार
मूलरूप से दिल्ली के गोकुलपुरी निवासी पंकज अग्रवाल पिछले पांच साल से शालीमार गार्डन में किराए के फ्लैट में पत्नी रीना और 12 साल के बेटे के साथ रहते थे। दिल्ली में एक रेस्टोरेंट चलाकर घाटे में आए पंकज मल्टी लेबल मार्केटिंग में काम करने के बाद फिलहाल एक प्लेसमेंट एजेंसी में काम कर रहे थे, जबकि पत्नी रीना एक मॉल में कॉस्मेटिक शोरूम में नौकरी करती थी।
दिन में दादा- दादी के पास रहता था बेटा
दोनो के कामकाजी होने के कारण 12 साल को मानसिक रूप से कमजोर बेटा दिन में राजेंद्र नगर के सेक्टर – पांच में अपने दादा-दादी के पास रहता था। पंकज सुबह को उसे अपने पिता मुकुट लाल के घर छोड़ते थे और शाम को वापस ले आते थे। मंगलवार की सुबह भी पंकज ने बेटे को दादा-दादी के पास छोड़ा था, लेकिन काम पर जाने के बजाय वह वापस घर गए और फिर पत्नी रीना के साथ फंदा बनाकर झूल गए। शाम को बच्चे को लेने नहीं पहुंचने पर पंकज के पिता ने फोन किया लेकिन कोई जबाव नहीं मिला। बाद में पिता ने बड़े बेटे राजकुमार को फोन किया और देर रात राजकुमार ने पंकज के घर जाकर देखा तो मामले की जानकारी हुई थी।
2021 में खोला था रेस्टोरेंट
पंकज समेत तीन लोगों ने मिलकर दिल्ली के एक मॉल में रेस्टोरेंट खोला था, जो चल नहीं पाया। मॉल में जगह चार लाख रुपये प्रति माह के किराए पर ली गई थी, किरायानामा पंकज के नाम था, रेस्टोरेंट बंद होने के बाद किराया चढ़ता रहा और पंकज कर्ज में डूबता चला गया। परिवार वालों ने बताया कि शालीमार गार्डन में एक प्रोपर्टी डीलर को चार लाख रुपये देकर फ्लैट किराए पर लिया था लेकिन डीलर की मौत होने के कारण उसके पैसे मर गए।
बैंक से भी ले रखा था लोन
स्थाानीय लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस के साथ पंकज के घर एक बैंक से भी टीम पहुंची थी। माना जा रहा है कि टीम लोन की रिकवरी के लिए आई होगी। लोन कौन से बैंक से लिया गया था इस बात की जानकारी अभी नहीं मिली है। आर्थिक तंगी में चल रहे पंकज ने पिछले महीने अपनी कार भी बेच दी थी।
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
एसीपी शालीमार गार्डन सलोनी अग्रवाल ने बताया कि मौके की छानबीन करने के बाद पुलिस को एक डायरी मिली है। उस डायरी में दो अलग- अलग पन्नों पर सुसाइड नोट मिले हैं। इन दोनों पन्नों में नौ लोगों के नाम मिले हैं, आरोप है कि इन लोगों के दवाब से पंकज और उसकी पत्नी तनाव में थे। पुलिस के मुताबिक डायरी से मिले नोट के आधार पर धैर्य नेगी, हरेंद्र खड़खड़ी, रोहित, संदीप, थाओ लेंटुई छोटे, रजत, प्रभात कुमार, मीनू और श्याम सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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