AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस (Atul Subhash Case Update) में पत्नी निकिता सिंघानिया (Nikita Singhania) समेत तीन आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. तीनों पुलिस को चार दिन से चकमा दे रहे थे. लेकिन बेंगलुरु पुलिस ने जिस तरह से इनकी गिरफ्तारी की, वो काबिल-ए-तारीफ है. निकिता को गरुग्राम से गिरफ्तार किया गया. जबकि, उसकी मां और भाई प्रयागराज के झूंसी स्थित होटल में छिपे हुए थे. पुलिस ने गोपनीयता को बरकरार रखते हुए फिल्मी स्टाइल में तीनों की गिरफ्तारी की.
निकिता को पुलिस ने बेंगलुरु के पीजी से गिरफ्तार किया. अतुल की सास यानि निकिता की मां निशा सिंघानिया और साले अनुराग उर्फ पीयूष की लोकेशन का पहले पुलिस ने पता लगाया. ये लोकेशन थी झूंसी स्थित होटल की. बेंगलुरु पुलिस यहां चुपके से पहुंची. पुलिस कांस्टेबल विनीथा ने खुद को नर्स बताया, जबकि सिपाही शिवप्पा ने अपने आपको डॉक्टर. होटल वालों को भी दोनों के बारे में भनक तक नहीं लगी.
13 दिसंबर की शाम को जब दोनों रूम बुक कर रहे तो उन्होंने चुपके से होटल रिसेप्शन के रजिस्टर से गेस्ट लिस्ट की फोटो खींच ली थी. इससे पता चला कि आरोपी मां-बेटा होटल के कमरा नंबर-111 में ठहरे हैं. पुलिस वालों ने भी उसी फ्लोर पर दो कमरे लिए. कमरा नंबर 101 और 108. पुलिस ने दोनों पर पैनी नजर बनाए रखी. रात भर दोनों पुलिसकर्मी सोए नहीं. इधर-उधर टहलते रहे. सुबह आठ बजे के करीब फिर वो आरोपी मां-बेटे के कमरे के पास पहुंचे. दरवाजा खटखटाया.
पुलिस को देख छूटे पसीने
आरोपी अनुराग ने काफी देर बाद दरवाजा खोला. वहां देखा कि निशा सिंघानिया डरी सहमी से कमरे में दुबकी बैठी है. अनुराग के भी पसीने छूट रहे थे. जैसे ही उन्हें पता चला कि सामने पुलिस है तो दोनों हक्का-बक्का रह गए. पुलिस ने उनसे काफी देर तक पूछताछ की. फिर 11 बजे दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
CCTV फुटेज में नजर आए मां-बेटा
निकिता की मां और भाई के झूंसी स्थित होटल में रहने की पुष्टि सीसीटीवी फुटेज से भी हुई थी. इसमें बुधवार रात ही दोनों होटल में घुसते नजर आए. इस दौरान दोनों ने वही कपड़े पहन रखे थे जो बुधवार रात घर में ताला लगाकर फरार होते वक्त उन्होंने पहने हुए थे. यह बात भी सामने आई है कि चार दिनों तक होटल में रहने के दौरान मां एक बार भी होटल से बाहर नहीं निकली. बेटा निकला लेकिन वह भी चेहरे पर मास्क लगाकर ही निकला.
क्या है अतुल सुभाष सुभाष केस?
अतुल सुभाष केस के तीनों आरोपियों को फिलहाल 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया अभी फरार हैं. उनकी तलाश जारी है. 9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने 24 पन्नो का सुसाइड नोट छोड़ अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी. पत्नी निकिता, सास, साला और चाचा ससुर के खिलाफ सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया. फिर अतुल के भाई विकास की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया. इसी सिलसिले में निकिता, निशा और अनुराग की गिरफ्तारी हुई है.
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