भारत के पड़ोसी देश नॉर्थ अफगानिस्तान में शनिवार को एक कोयला खदान में 22 मजदूर फंस गए. यह मजदूर घंटों तक खदान में फंसे रहे, जिसके बाद रविवार को सभी मजदूरों को बाहर निकाला गया. एक प्रांतीय अधिकारी ने कहा कि बचावकर्मियों ने रविवार को नॉर्थ अफगानिस्तान के कोयला खदान में घंटों से फंसे 22 मजदूरों को बाहर निकाला गया.
समांगन प्रांत के दारा-ए-सोफ पेयिन जिले में शनिवार देर रात को माइन ढह गई. खदान के ढहने से उस के अंदर 22 मजदूर फंस गए. हालांकि, रविवार को फंसे सभी मजदूरों को बचा लिया गया और सुरक्षित बाहर निकाला गया.
24 घंटे बाद मजदूरों को बाहर निकाला गया
बचावकर्मी के साथ ही घटनास्थल पर जेसीबी भी पहुंची और रविवार सुबह से ही खदान का प्रवेश द्वार खोलने का काम कर रहे थे, रात तक खदान को खोलने का काम चलता रहा जिसके बाद रात को खदान को खोला जा सका और मजदूरों को बाहर निकाला जा सका. समांगन के गवर्नर प्रवक्ता एस्मत मुरादी ने बताया, “22 लोग फंसे हुए थे और उन सभी को बचा लिया गया है.” गवर्नर के प्रवक्ता मुरादी ने कहा, उनमें से कुछ मजदूरों की हालत सही नहीं थी, लेकिन उन्हें फौरन इलाज के लिए भेजा गय है और अब वो बेहतर हैं.
अफगानिस्तान में खदान दुर्घटनाएं आम
अफगानिस्तान के खनन उद्योग पर बहुत कम निगरानी की जाती है और इस तरह की घातक दुर्घटनाएं आम हैं. कोयले के साथ-साथ देश में संगमरमर, खनिज, सोना और गोल्ड की खदानें हैं, लेकिन खदान पर काम कर रहे मजदूरों की सुरक्षा को लेकर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है, इसी के चलते अकसर देश में ऐसे हादसे सामने आते हैं.
फरवरी 2022 में नॉर्थ प्रांत बगलान में एक कोयला खदान ढहने से उस में फंसे कम से कम 10 खनिकों की मौत हो गई. जून 2020 में, समांगन में एक खदान में गैस विस्फोट हो गया था, इस की वजह से धंसने से सात मजदूरों की मौत हो गई थी.
इससे पहले, बदख्शां प्रांत में एक सोने की खदान ढहने से कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी, जहां पिछले साल जनवरी में एक और सोने की खदान ढह गई थी, जिसमें अज्ञात लोग हताहत हुए थे.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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