सिनेमा और कला कोई सरहदे नहीं जानती. यही एक ऐसी चीज है जिसकी कोई सीमा नहीं होती, और ये बात हर बात साबित हो जाती है जब हमारे देश में किसी ऐसे सीरियल या फिर फिल्म या गाने को प्यार मिलता है जो हमारे देश का नहीं है. साल 2014 में जी चैनल ने एक नया चैनल लॉन्च किया जिसका नाम था जिंदगी. इस चैनल ने भारत में कई लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा था. इन लोगों में मैं भी थी. जिंदगी पर वो सीरियल आते थे जिसको आज से पहले भारत में ना देखा गया था और ना ही सुना गया था, और ये थे पाकिस्तानी सीरियल.
सबसे पहला सीरियल जिसे मैंने जिंदगी चैनल पर देखा था वो था जिंदगी गुल्जार है. आज कई लोगों को पाकिस्तानी सीरियल्स का क्रेज है, लेकिन ये उस दौर की बात थी जब पाकिस्तानी सीरियल्स के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते थे. जिंदगी गुल्जार है में पहली बार मैंने एक ऐसे चेहरे को देखा जिसकी सादगी ने मेरा और मेरे जैसे कई लोगों का मन मोह लिया. मैं बात कर रही हूं एक्टर फवाद खान की.
फवाद… जिनको आज के लोग उनके ‘कपूर एंड सन्स’, ‘ऐ दिल है मुश्किल’ और ‘खूबसूरत’ जैसी फिल्मों के लिए जानते हैं… साल 2014 तक उन्हें उनके इस सीरियल में निभाए गए किरदार जारून जुनैद के लिए जाना जाता था. फवाद के साथ इस सीरियल में थीं सनम सईद. कशफ और जारून की इस कहानी में जो रुहानियत और सादगी थी उसने कई लोगों का दिल जीत लिया था. फिर एक दौर आया और फवाद फिल्मों में आने लगे. फवाद कोई आम पाकिस्तानी एक्टर नहीं हैं… फवाद ऐसे पहले पाकिस्तानी एक्टर हैं जिन्होंने भारत की सरजमीं पर एक भारतीय अवॉर्ड अपने नाम किया है. आज उनके जन्मदिन पर आइए आपको बताते हैं फवाद के बारे में कुछ ऐसी ही अनकही बातें.
फवाद का जन्म और लव स्टोरी
इस चार्मिंग और हैंडसम हंक का जन्म 29 नवंबर 1981 को कराची में हुआ था. फवाद के बचपन के बारे में जो सबसे खास बात है वो ये है कि उनकी प्रेम कहानी भी उनके बचपन से जुड़ी है. फवाद को 16 साल की उम्र में ही प्यार हो गया था. उन्होंने लाहौर ग्रामर स्कूल से पढ़ाई की थी. वहीं, सदफ भी उसी स्कूल की गर्ल्स ब्रांच में थीं. दोनों की मुलाकात तब हुई थी, जब एक्टर 16 साल के थे और यही वो वक्त था, जब वो सदफ पर अपना दिल हार बैठे थे. हालांकि वो काफी शर्मीले स्वभाव के थे इसलिए उन्होंने आमने-सामने बात नहीं की. उन्होंने ऑनलाइन चैटिंग को जरिया चुना और वहीं वो सदफ से बातें किया करते थे. हालांकि इस समय तक फवाद, एकतरफा प्यार में थे.
कहानी में ट्विस्ट तब आया, जब 17 साल की उम्र में फवाद का भयंकर एक्सीडेंट हो गया. इस दौरान उनके पैंक्रियाज में चोट लग गई और इससे डायबटीज की दिक्कतें शुरू हो गई. इस घटना के बारे में सदफ को नहीं पता था. जब फवाद अस्पताल में थे, तब उनके दोस्त ने बताया कि सदफ उनके बारे में पूछ रही हैं और ऐसा लग रहा है कि उसके मन में भी वैसी ही फीलिंग है. इसके बाद ठीक होते ही एक्टर ने सदफ को प्रपोज किया और दोनों रिश्ते में आ गए.
सिंगर बने फवाद के पीछे भी प्यार था
फवाद और सदफ अब एक साथ थे, लेकिन शादी के लिए सदफ के घरवाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे. उन्हें मनाने के लिए फवाद ने सिंगिंग को अपना करियर चुना. फवाद की आवाज काफी अच्छी थी. बैंड पैराडीम 1994 से 2000 के बीच मशहूर रहे दो रॉक बैंड्स में से एक था. वहीं दूसरा बैंड अहमद अली बट का था जिसका नाम एंटिटी था. फवाद दोनों का हिस्सा थे. पाकिस्तानी शो ‘जट्ट एंड बॉन्ड’ नाम की फिल्म के लिए दोनों बैंड ने मिलकर टाइटल सॉन्ग बनाया था. यहीं से फवाद के नए बैंड एंटिटि पैराडीम की शुरुआत हुई थी.
फवाद की पहली ने उन्हें रातोंरात बनाया सितारा
इसके बाद फवाद ने सदफ से अपना वादा पूरा किया और 12 नवंबर, 2005 को कराची में निकाह कर लिया. फवाद ने साल 2012 में बैंड छोड़ा और तय किया कि अब उन्हें एक एक्टर बनना है. फवाद की पहली फिल्म ‘खुदा के लिए’ थी. ये फिल्म जबरदस्त हिट हुई और फवाद रातोंरात स्टार बन गए थे. फिल्मों ही नहीं फवाद ने टीवी में भी काम करके खूब नाम कमाया. फवाद ने ‘बानो’, ‘हमसफर’ और ‘जिंदगी गुलजार है’ जैसे कई शोज में काम करके बेस्ट एक्टर्स की लिस्ट में जगह बना ली, और इसी के साथ फवाद भारत में भी छा गए.
साल 2014, फवाद के लिए एक काफी अहम साल था. इस साल उन्होंने इंडियन फिल्म खूबसूरत में मेन लीड के तौर पर डेब्यू किया. फिल्म में उनके ऑपोजिट थीं सोनम कपूर. फिल्म को लोगों से काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला और फवाद इंडिया में भी रातोंरात स्टार बन गए. इस फिल्म के लिए फवाद को बेस्ट मेल डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला. वो इस अवॉर्ड को जीतने वाले पहले और एकलौते पाकिस्तानी एक्टर बने. इसके बाद हमने फवाद को ऐ दिल है मुश्किल और कपूर एंड संन्स में भी देखा. दोनों ही फिल्मों में उनकी एक्टिंग की काफी तारीफ हुई. फवाद को उनके जहीन रोल्स के लिए जाना जाता है, और हर कोई उन्हें जल्द ही वापस किसी बॉलीवुड फिल्म में देखना चाहता है.
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