Noida News :
नोएडा में थाना फेज-1 क्षेत्र से 17 नवंबर को 5 साल का मासूम घर के सामने से लापता हो गया था। पुलिस ने गुरुवार को घटना का खुलासा करते हुए बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। इस मामले में पुलिस ने बच्चे के पिता के दोस्त को गिरफ्तार किया है। पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि बच्चे के पिता ने उसकी बेइज्जती करते हुई मारपीट की थी। बस इसी का बदला लेने के लिए उसने पीड़ित के बेटे का अपरहण कर लिया और उसका गला घोंटकर गाजियाबाद में फेंक दिया।
17 नवंबर को हुआ था लापता
नोएडा जोन एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि सेक्टर-5 हरौला निवासी अंगद तांती ने 17 नवंबर को थाना फेज-1 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अंगद ने रिपोर्ट में बताया कि उनका 5 वर्षीय बेटा सिन्टु घर से लापता है। जिसके बाद पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने घटना की गहनता से जांच की तो पता चला कि धीरज बच्चे को अपने साथ ले गया है। पुलिस ने धीरज को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि करीब 2 माह पूर्व शराब पीते समय पैसे के लेनदेन को लेकर उसका किशोर के पिता से विवाद हुआ था। इस दौरान अंगद ने उसके साथ मारपीट की और उसे बेइज्जत कर घर से निकाल दिया। तभी से वह अंगद से बदला लेने की फिराक में था।
ऐसे लेकर पहुंचा गाजियाबाद
17 नवंबर को अंगद और उसकी पत्नी काम पर चले गए। इस दौरान धीरज बालक को अकेला पाकर उसे खाने के कुरकुरे दिलाकर घूमाने के बहाने बहला फुसला कर अपने साथ ले गया। वह उसे हरौला से नोएडा मोड व नोएडा मोड से आनंद विहार व आनंद विहार से जीटीबी होते हुए गगन सिनेमा से हिंडन एयरफोर्स गाजियाबाद से आगे नागगेट के पास झाड़ियों में ले गया। वहां उसने एक हाथ से बच्चे का गला दबाया और दूसरे मुंह दबाया। बालक बेहोश हो गया। उसे मरा समझकर वो वहा से वापस आ गया।
अंगद ने दर्ज कराई एफआईआर
इस बीच अंगद ने बच्चे को तलाशने का प्रयास किया। बच्चा नहीं मिलने पर अंगद ने फेज-1 थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद दो टीमों का गठन किया गया। इस बीच धीरज भी पुलिस के साथ मिलकर बालक को तलाशने लगा। चार दिनों की तलाश के बाद भी जब बच्चा नहीं मिला तो धीरज को लगा कही पुलिस उस पर शक न करे। इसलिए काम का बहाना बनाकर वो बिहार चला गया। वहां से बार बार अपनी लोकेशन बदलता रहा।
झगड़े की जानकार के बाद हुआ शक
अंगद ने पुलिस को धीरज के साथ हुए झगड़े की जानकारी दी। पुलिस को शक हुआ। इस बीच धीरज हरौला वापस आया। पुलिस ने उसे पकड़ा और पूछताछ की। धीरज ने बताया कि उसने अपमान का बदला लेने के लिए बच्चे का अपहरण किया और उसे मार दिया। पुलिस धीरज को क्राइम स्पॉट पर लेकर गई। वहां बच्चा नहीं मिला। पूछताछ और बच्चे की फोटो दिखाकर पता किया गया। जानकारी मिली कि 8-9 दिन पहले साहिबाबाद पुलिस बच्चे को लेकर गई। उसका मेडिकल कराया और उसे आश्रम में छोड़ दिया। पुलिस ने बच्चे को रिकवर किया।
18 घंटे बाद मिला उपचार
पुलिस ने बताया कि बच्चे के सिर और गले पर चोट के निशान मिले हैं। जहां बच्चा मिला था, वहां आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि 18 नवंबर को एक बच्चा बेहोशी की हालत में जख्मी मिला था। बच्चा घटना के करीब 18 घंटे बाद होश में आया था। लोकल पुलिस ने उसका मेडिकल कराया और आश्रय गृह में रखवा दिया। डीसीपी ने बताया कि इसके बाद थाना फेज-1 पुलिस ने लोकल पुलिस से सपंर्क कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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