पाकिस्तान के लिए आज की रात बहुत भारी है. पाकिस्तान में रक्तपात का नया दौर शुरू हो गया है. इस्लामाबाद में आपातकाल जैसे हालात बन गए हैं. यहां पाकिस्तानी सेना और इमरान समर्थकों के बीच खूनी जंग हो रही है. पाकिस्तान सेना ने इमरान समर्थकों का दमन शुरू कर दिया है. प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं. ऐसे में सवाल है कि इस्लामाबाद में रक्तपात बढ़ेगा या एक बार फिर तख्तापलट होने जा रहा है?
इस्लामाबाद में शहबाज सरकार और पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को एक और दमनचक्र शुरू कर दिया. इमरान समर्थक प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं. आंसू गैस के गोले छोड़े गए. प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाई गईं. इमरान खान के समर्थकों और पाकिस्तानी सेना के बीच ऐसी खूनी जंग हो रही है, जिसने धीरे-धीरे पूरे पाकिस्तान में शहबाज सरकार और सेना के खिलाफ बगावत की आग भड़का दी है.
आप अपनी जगह को नहीं छोड़ेगे
इमरान खान की पत्नी बुशरा बेगम ने समर्थकों से कहा, अब आप लोगों को ये वादा करना है कि खान साहब जब तक हमारे बीच में नहीं आ जाएंगे, आप अपनी जगह को नहीं छोड़ेगे. ये मेरा आप से वादा है कि मैं आखिरी होऊंगी जो खान साहब को चौक से लेकर निकलूंगी.
पंजाब (पाकिस्तान) की सूचना मंत्री अजमा बुखारी ने कहा, फिर एक वो जल्लाद साहिबा निकली हुई हैं, सुल्ताना डाकू बनी हुई हैं. आज उनके बाल भी दिखाई दे रहे और उनकी बाजू भी दिखाई दे रही है. आज पता नहीं वो कौन सी शरीयत ला रही हैं. आज वो खड़ी होकर रो रही हैं कि मुल्क में ये हो रहा है. अरे मुल्क में ये हो रहा है क्योंकि वो आग लगवा रही हैं.
सेना ने इस्लामाबाद को छावनी में बदला
पाकिस्तान में ये सारा बवाल पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर हो रहा है. इमरान समर्थकों को काबू में करने और मुल्क में बढ़ती इस बगावत को कुचलने के लिए पाकिस्तानी सेना ने राजधानी इस्लामाबाद को छावनी में बदल दिया है. किसी भी तरह की हिंसा से निपटने के लिए राजधानी इस्लामाबाद में आर्टिकल 245 लागू कर दिया गया है.
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर पिछले दो दिनों से जो बवाल चल रहा था, उसने शहबाज सरकार की नींद उड़ा दी है. इस बवाल ने पाकिस्तानी सेना को भी लाचार कर दिया है. इमरान खान पिछले साल से रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं. इमरान खान की पार्टी के अनुसार, इमरान खान पर 200 से अधिक मामले दर्ज हैं. इमरान के समर्थक उन पर लगे आरोपों को राजनीतिक साजिश मानते हैं.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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