मेरठ में मां को अस्पताल ले जाने के बजाय तहसील पहुंचा बेटा
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग महिला बीमार थी. उनका बेटा उन्हें एंबुलेंस में लेकर अस्पताल के लिए चला, लेकिन रास्ते में उसने एंबुलेंस को लेकर तहसील पहुंच गया और वहां मकान की रजिस्ट्री अपने नाम कराने लगा. इतने में महिला का दूसरा बेटा और बहू भी तहसील पहुंच गए. इसके बाद वहां जमकर हंगामा हुआ. हालात बिगड़ते देख सब-रजिस्टार ने रजिस्ट्री रोक दी है.
मानवता को शर्मसार करने वाला यह मामला मेरठ में ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर का है. जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग महिला चंद्रप्रभा की तबियत खराब है और वह चलने फिरने में भी असमर्थ हैं. उनका छोटा बेटा संजीव इलाज कराने के बहाने उन्हें एंबुलेंस में लेकर घर से निकला था. लेकिन अस्पताल के बजाय उसने एंबुलेंस को रजिस्ट्री ऑफिस की तरफ घुमवा दिया. वहां वह अपनी मां के नाम मकान की रजिस्ट्री अपने नाम से कराने लगा.
रजिस्ट्री ऑफिस में हुआ बवाल
इसी दौरान चंद्रप्रभा के बड़े बेटा राजीव को खबर मिल गई और वह भी अपनी पत्नी के साथ वहां पहुंच गया. उसने रजिस्ट्री का विरोध करते हुए रजिस्ट्री ऑफिस में जमकर हंगामा किया. इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई. राजीव ने आरोप लगाया कि उसकी मां को दबाव में लेकर यह रजिस्ट्री कराई जा रही है. वहीं, संजीव का कहना था कि मां अपनी मर्जी से अपनी संपत्ति उसके नाम ट्रांसफर कर रही हैं. हालात को देखते हुए सब-रजिस्ट्रार ने रजिस्ट्री रोकते हुए मामले की जांच के लिए तहसीलदार को पत्र लिखा है.
बुजुर्ग महिला के नाम है करोड़ों की है संपत्ति
सब-रजिस्ट्रार आशुतोष त्रिपाठी के मुताबिक कि महिला चंद्रप्रभा ने इस संबंध में बयान तो दिए हैं, लेकिन वह काफी असहज दिख रही थीं. वहीं उनकी दूसरी बहू ने आरोप लगाया कि उसकी सास को डरा धमका कर यहां लाया गया है. जानकारी के मुताबिक चंद्रप्रभा के पति का काफी पहले ही निधन हो चुका है. ऐसे में पति की करोड़ों की संपत्ति उनके नाम है. अब उनके दोनों बेटे इस संपत्ति को हथियाने के लिए आपस में लड़ झगड़ रहे हैं. सब रजिस्टार के मुताबिक अब पारिवारिक विवाद सुलझने के बजाय ही संपत्ति की रजिस्ट्री कराई जाएगी.
– India Samachar
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