पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने आज यानी रविवार को विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. सरकार के लगातार इस विरोध प्रदर्शन करने से रोके जाने के बाद भी इमरान खान की पार्टी ने इस्लामाबाद में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी
की कोशिश सरकार पर दबाव बनाने की है, जिससे जेल में बंद उनके नेताओं की रिहाई हो सके.
पाकिस्तान में 25 से 27 नवंबर तक बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको दौरे पर रहेंगे. इसके चलते 24 नवंबर को उनका प्रतिनिधिमंडल देश में पहुंचेगा. पीटीआई की तरफ से ऐलान किए गए विरोध प्रदर्शन को लेकर देश के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने पीटीआई को चेतावनी दी कि रविवार को राजधानी में किसी भी तरह के धरने या विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी.
देश में लॉकडाउन जैसे हालात
एक तरफ जहां पीटीआई इस विरोध प्रदर्शन को करने के लिए मीटिंग कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ
इस प्रदर्शन को कुचलने के लिए शहबाज शरीफ सरकार दमन पर उतर आई है. PTI कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए इस्लामाबाद की 37 सड़कों पर बड़े-बड़े कंटेनर रख दिए गए हैं. साथ ही बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
संसद, सुप्रीम कोर्ट समेत सभी महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम गए हैं. शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है और दो महीने के लिए सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. सावधानी बरतते हुए इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इंटरनेट, मोबाइल सेवाओं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट ठप कर दिया गया है.
इमरान खान ने क्यों किया प्रदर्शन का ऐलान?
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 24 नवंबर को देश में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था. उन्होंने कहा यह गुलामी की बेड़ियां तोड़ने के लिए प्रदर्शन है. साथ ही उन्होंने कहा था कि इस प्रदर्शन का मकसद देश में लोकतंत्र, कानून और मानवाधिकारों को बहाल करना है. इमरान खान ने कहा, कानून, संविधान और मानवाधिकारों को पाकिस्तान में सस्पेंड कर दिया गया है और यहीं लोगों को मजबूर कर रहा है कि वो सड़कों पर उतरे और कुर्बानी दें.
पीटीआई के चीफ बैरिस्टर गौहर अली खान को आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने विरोध प्रदर्शन न करने की चेतावनी दी. उन्होंने कहा, देश में बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको तीन दिवसीय दौरे के लिए 25 नवंबर को पहुंचेंगे और उनका 80 लोगों का प्रतिनिधिमंडल 24 नवंबर को पहुंचेगा. इस बीच किसी भी तरह का प्रोटेस्ट नहीं होना चाहिए. इस पर बैरिस्टर गौहर ने कहा कि इमरान खान ने इस विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है और इसको वो ही रोक सकते हैं.
PTI ने सरकार पर साधा निशाना
सरकार के पीटीआई को विरोध प्रदर्शन रोकने के चलते उठाए गए कदम की पार्टी ने आलोचना की है. पीटीआई ने कहा, सरकार ने आजादी पर अंकुश लगाया है और आरोप लगाया कि इसने नागरिकों से उनके आंदोलन, व्यापार, रोजगार और संचार के अधिकार छीन लिए हैं.
पीटीआई के प्रवक्ता ने प्रदर्शन करने से रोके जाने को लेकर सरकार पर हमला करते हुए कहा, इस देश के 24 करोड़ लोग अपने सेल्फ सेंटर्ड आकाओं से तंग आ चुके हैं, जिन्होंने पिछले ढाई सालों के दौरान देश को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से बर्बाद कर दिया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को कई मामलों में पिछले साल गिरफ्तार किया गया था.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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