अभिषेक बच्चन इन दिनों अपनी फिल्म ‘आई वांट टू टॉक’ को लेकर सुर्खियों में छाए हुए हैं. ये फिल्म थिएटर में लग चुकी हैं, जिन लोगों ने इस फिल्म को देखा है, सभी ने अभिषेक के काम की तारीफ की है. फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. वहीं ‘आई वांट टू टॉक’ के प्रमोशन के लिए अभिषेक बच्चन अपने पिता अमिताभ बच्चन के शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के मंच पर पहुंचे थे. एक्टर ने हाल ही में अपनी मां जया बच्चन से जुड़ा एक किस्सा भी सभी के साथ शेयर किया.
अभिषेक बच्चन ने हाल ही में अपनी फिल्म ‘आई वांट टू टॉक’ के प्रमोशन के लिए ईटाइम्स से बातचीत की. अपनी बातचीत के दौरान, उन्होंने बाताया कि किसी सीन को बेहतर ढंग से करने के लिए उनके एक्टर्स को अपने किरदारों में इंसानों को सामने लाना होगा. अभिषेक ने गोविंद निहलानी द्वारा निर्देशित 1998 की फिल्म ‘हजार चौरासी की मां’ में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था. उन्होंने इस फिल्म से जुड़ा किस्सा भी सुनाया.
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एक सीन के लिए जया बच्चन ने किया ये काम
शूटिंग के दौरान की घटना को याद करते अभिषेक ने बताया कि एक बार उनकी मां फिल्म की शूटिंग के दौरान परेशान हो गईं थीं. क्योंकि उन्हें एक सीन फिल्माना था जहां उनके किरदार को अपने मृत बेटे के शरीर की पहचान करनी थी. फिल्म के उस में इमोशन्स डालने थे. उस वक्त गोविंद निहलानी ने जया बच्चन को बेटे अभिषेक की कल्पना करने और उनके रॉ इमोशन दिखाने को कहा.
उस घटना को याद करते हुए, अभिषेक बच्चन ने कहा, “यह कठोर लगता है, लेकिन एक्टर इसी स्थिति से गुजरते हैं. भले ही उन्होंने ऐसा नहीं कहा होता, फिर भी उन्होंने उस भावना को वास्तविक बनाने के लिए यही कल्पना की होगी. आप अपना बहुत सारा निजी सामान अपने काम में लाते हैं.” इसके अलावा अभिषेक ने पेड एक्टर्स के लिए ‘लाड़-प्यार वाली कठपुतली’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल भी किया.
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