रूस ने यूक्रेन पर अपनी सबसे ताकतवर एंटी-कॉन्टिनेंटल मिसाइल (ICBM) से हमला किया है. कहा जा रहा है कि मानव इतिहास में पहली बार किसी जंग में इस मिसाइल का इस्तेमाल किया गया है. यह मिसाइल परमाणु हमला करने में सक्षम है, यही वजह है कि पूरी दुनिया में रूस की ये कार्रवाई चर्चा का विषय बनी हुई है.
लेकिन इससे जुड़ी एक और घटना सुर्खियां बटोर रही है, वो है रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता की प्रेस कॉन्फ्रेंस. दरअसल रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा मीडिया से बात कर रहीं थीं, इस बीच उनके मोबाइल पर एक कॉल आई. इस फोन कॉल में उन्हें ICBM से यूक्रेन पर अटैक को लेकर कुछ भी बोलने से मना किया गया.
LIVE प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया फोन
फोन कॉल पर दूसरी ओर मौजूद अज्ञात शख्स ने उन्हें माशा कहकर संबोधित किया और कहा, ‘युझमश बैलिस्टिक मिसाइल हमला जिसके बारे में पश्चिमी देशों में चर्चा हो रही है, हम इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहे हैं.’ रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘युझमश’ शब्द का इस्तेमाल निप्रो स्थित एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरर के लिए किया गया है. हालांकि यह बातचीत फोन पर हुई लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लगे माइक्रोफोन से यह आसानी से सुनी जा सकती है.
Russias MFA press-alchaché Maria Zakharova received a call from the higher-ups during a briefing, ordering her not to comment on Russias strike on Ukraine with an intercontinental ballistic missile.
The conversation can be heard in the microphone. Absolutely brilliant. pic.twitter.com/Iv6kHHaxTK
— Maria Drutska (@maria_drutska) November 21, 2024
स्टॉर्म शैडो मिसाइल अटैक का जवाब
दरअसल गुरुवार को रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में पहली बार इंटर-कॉन्टिनेंटल मिसाइल का इस्तेमाल किया है. इसे स्टॉर्म शैडो क्रूज मिसाइल के जरिए रूस पर किए गए यूक्रेनी अटैक का जवाब माना जा रहा है. पुतिन पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि अगर पश्चिमी देशों की मिसाइलों से रूस पर अटैक होता है तो वह इसका जवाब देने के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने मंगलवार को इसे लेकर रूस के न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन में भी बदलाव को मंजूरी दे दी है.
ICBM अटैक, अमेरिका को संदेश
एक्सपर्ट्स के मुताबिक रूस ने इंटर-कॉन्टिनेंटल मिसाइल के जरिए हमला कर यूक्रेन और उसके सहयोगियों को संदेश दिया है कि कि रूस के पास ऐसे हथियार मौजूद हैं जो तबाही ला सकते हैं और अगर उसे उकसाया गया तो वह इसका सही तरीके से इस्तेमाल भी कर सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंटर-कॉन्टिनेंटल मिसाइलें करीब 24 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार (15 हजार मील) से ट्रैवल करती है लिहाजा इसे इंटरसेप्ट करना मुमकिन नहीं है. रूस की चेतावनी साफ है कि वह यूक्रेन के किसी भी इलाके पर हमला कर सकता है और पश्चिमी देश उसे रोक नहीं पाएंगे. बेहतर है कि पुतिन की खींची हुई रेड लाइन को पार न किया जाए.
यूक्रेन ने की हमले की पुष्टि
यूक्रेनी सेना ने यह जानकारी नहीं दी है कि रूस की इस ताकतवर मिसाइल ने किस टारगेट को निशाना बनाया और इससे क्या नुकसान हुआ है. हालांकि राष्ट्रपति जेलेंस्की ने लोगों से दहशत न फैलाने का अनुरोध किया है. अल-जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को रूस ने जब यूक्रेन पर इंटर-कॉन्टिनेंटल मिसाइल दागी तो उसमें न्यूक्लियर वॉरहेड नहीं था, यूक्रेनियों का कहना है कि इस मिसाइल से कोई खास नुकसान नहीं हुआ है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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