भारत ने अमेरिका से 73,000 अतिरिक्त सिग सॉर असॉल्ट राइफलों की खरीद का ऑर्डर दिया है. हालांकि साल 2025 से ये राइफल्स भारत में ही बनाई जाएंगी. इन राइफलों को बनाने के लिए अमेरिका और भारत की कंपनी के बीच ज्वाइंट वेंचर पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो भारत की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है माना जा रहा है.
अमेरिकी कंपनी सिग सॉर और भारतीय कंपनी निबे इंडस्ट्रीज के बीच यह साझेदारी भारत में असॉल्ट राइफलों के उत्पादन के लिए की गई है. इस समझौते के तहत, भारत में इन राइफलों का निर्माण अगले साल से शुरू हो जाएगा और इन्हें भारतीय सेना को एक साल के भीतर दिया जाएगा. यह भारतीय सेना के लिए अत्याधुनिक हथियारों की आपूर्ति को सुनिश्चित करेगा और रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को भी मजबूती देगा.
अब भारत में बनेंगी राइफल्स
सिग सॉर असॉल्ट राइफलों का इस्तेमाल भारत समेत कई देशों के सैनिक कर रहे हैं, लेकिन यह पहली बार होगा जब यह राइफल्स अमेरिका से बाहर किसी और देश में बनाई जा रही हैं. इससे पहले, सिग सॉर ने भारतीय सेना के साथ 1.45 लाख असॉल्ट राइफलों का अनुबंध किया था.
क्या बोले सिग सॉर कंपनी के सीईओ
सिग सॉर कंपनी के सीईओ और अध्यक्ष रॉन कोहेन ने इस साझेदारी की घोषणा करते हुए कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर उनकी सबसे बड़ी खरीद स्रोत बन चुका है. उन्होंने कहा कि 2025 तक भारत में पूर्ण उत्पाद निर्माण की योजना बनाई जा रही है. यह कदम भारत के रक्षा उत्पादन क्षमता में वृद्धि और आत्मनिर्भरता के लिए अहम होगा. सिग सॉर कंपनी पिछले 20 सालों से भारत के रक्षा क्षेत्र में सक्रिय है और भारत के साथ कई रक्षा उपकरणों के प्रोक्योरमेंट कर चुकी है.
भारत केवल आयात पर निर्भर नहीं
भारत अब केवल आयात पर निर्भर नहीं है, बल्कि उसने हथियारों के निर्यात में भी वृद्धि की है. 2023-24 में भारत ने 21 हजार करोड़ रुपये से अधिक के हथियारों का निर्यात किया है. भारत कुछ साल पहले तक अमेरिका और फ्रांस से बड़ी मात्रा में हथियारों का आयात करता था, लेकिन अब वह इन देशों को रक्षा सामग्री निर्यात कर रहा है, जो भारतीय रक्षा उद्योग की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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