गाजियाबाद। गाजियाबाद के मुरादनगर इलाके में 17 वर्षीय दिव्यांग किशोर की कुकर्म के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई। तीन दोस्तों ने उसके शव को गंगनहर में फेंक दिया और फिर सबको गुमराह करने के लिए गंगनहर में नहाते वक्त उसके डूब जाने का हल्ला भी मचाया। पुलिस ने तीनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनकी निशानदेही पर शव को गंगनहर से बरामद कर लिया है। मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र की काशीराम कॉलोनी में एक परिवार रहता है। इस परिवार का 17 वर्षीय किशोर 10 अप्रैल को लापता हो गया। पता चला कि काशीराम कॉलोनी में ही रहने वाले तीन लड़के उसको नहाने के बहाने मुरादनगर गंगनहर ले गए थे। गंगनहर पर तीनों लड़कों ने नहाते हुए शोर मचाया कि उनका एक दोस्त डूब गया है। निजी गोताखोरों ने खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। 13 अप्रैल को पीड़ित के पिता ने थाना मधुबन बापूधाम में बेटे के अपहरण और हत्या की आशंका जताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई।
डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया, पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में कांशीराम कॉलोनी के 38 वर्षीय भारत, 22 वर्षीय शिवम अग्रवाल और 23 वर्षीय महेश को हिरासत में लिया। जब उनसे पूछताछ हुई तो उन्होंने किशोर की हत्या करने की बात स्वीकारी। आरोपियों ने बताया कि 10 अप्रैल को तीनों ने शराब पी हुई थी। जिसके बाद मन में गलत विचार आने लगे। उन्होंने किशोर को रोड पर खड़े हुए देखा तो नहाने के बहाने मुरादनगर गंगनहर के किनारे नूरपुर के रास्ते जंगलों में ले गए। वहां उसके साथ कुकर्म किया। इससे पीड़ित की हालत बिगड़ गई। आरोपियों को ये लगने लगा कि वह पकड़े जा सकते हैं। इस डर से तीनों ने गर्दन दबाकर उसकी हत्या कर दी और लाश को गंगनहर में फेंक दिया। शुक्रवार देर शाम पुलिस ने तीनों आरोपियों की निशानदेही पर शव को नाहल झाल के पास से बरामद कर लिया है।
–आईएएनएस
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