ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के जेवर कोतवाली क्षेत्र में एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर शव को यमुना नदी में फेंक दिया। बाद में आरोपी अपनी पत्नी के गुमशुदा होने की सूचना लेकर कोतवाली पहुंच गया। जहां शक होने पर पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया।
इसके बाद पुलिस आरोपी को लेकर यमुना नदी के पास पहुंची। पुलिस गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम के साथ तलाश में जुटी हुई है। इस संबंध में महिला के परिजनों ने आरोपी पर हत्या का आरोप लगाते हुए नामजद शिकायत दर्ज कराई है।
दरअसल अलीगढ़ निवासी एक व्यक्ति ने जेवर कोतवाली को दिए शिकायती पत्र में कहा कि उन्होंने अपनी बेटी ऊषा की शादी करीब 3 वर्ष पहले क्षेत्र के छांतगा गांव निवासी सरवन के साथ की थी। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनकी बेटी की पति ने हत्या कर शव को कहीं फेंक दिया है।
पुलिस का कहना है कि मायके वालों से पहले आरोपी पति मंगलवार की सुबह कोतवाली पहुंचा और अपनी पत्नी ऊषा के गुमशुदा होने की बात पुलिस से कहने लगा। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसके जो बयान हैं, उसमें काफी विरोधाभास पाया गया। जिसके चलते पुलिस ने आरोपी से कड़ी पूछताछ की तो आरोपी ने अपना गुनाह कबूल लिया।
जेवर पुलिस को पूछताछ के दौरान आरोपी पति सरवन ने बताया कि रविवार की रात उसने पत्नी से विवाद के चलते उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद वह अपने एक अन्य साथी के साथ बाइक पर उसके शव को रखकर यमुना नदी में पूरन नगर गांव के नजदीक फेंक दिया है। हत्या की बात सुनते ही पुलिस ने गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस आरोपी को लेकर मौके पर पहुंची। पुलिस महिला के शव को तलाशने में जुटी हुई है।
इस बारे में एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार का कहना है कि महिला के शव की तलाश में एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम यमुना नदी में जुटी हुई है। अभी तक शव नहीं मिल पाया है। जल्द ही शव को बरामद कर लिया जाएगा। पुलिस की टीम आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है।
–आईएएनएस
ये भी पढ़ें – अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए हमारा एप्प डाउनलोड करें |
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Source link