नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी के साथ देश भर में प्रतिबंधित पदार्थों की आपूर्ति करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि स्पेशल सेल ने आरोपियों के कब्जे से अंतरराष्ट्रीय बाजार में 60 करोड़ रुपये मूल्य का 14.5 किलोग्राम मेथाक्वालोन भी बरामद किया है। अधिकारी ने कहा कि कार्टेल के सदस्य ग्रेटर नोएडा की एक पॉश कॉलोनी में एक घर में ड्रग्स स्टोर करते थे।
स्पेशल सेल के विशेष पुलिस आयुक्त एच.जी.एस. धालीवाल ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर से देश के कुछ हिस्सों में ड्रग्स की तस्करी में अफ्रीकी मूल के कई व्यक्तियों के शामिल होने की जानकारी थी।
स्पेशल सीपी ने कहा कि 4 मार्च को धौला कुआं-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर एक पेट्रोल पंप के पास मेथाक्वालोन की खेप के साथ एक नाइजीरियाई नागरिक के आगमन के बारे में एक इनपुट प्राप्त हुआ था। जिसके बाद एक जाल बिछाया और उसे पकड़ लिया।
नमानी के रूप में पहचाने गए व्यक्ति के ट्रॉली बैग की तलाशी के दौरान, 4.680 किलोग्राम मेथाक्वलोन को गत्ते के बक्सों में छुपाकर बैग में रखे कपड़ों से लपेटा हुआ पाया गया। आरोपी ने खुलासा किया कि वह दिल्ली-एनसीआर में अफ्रीकी मूल के व्यक्तियों द्वारा चलाए जा रहे ड्रग कार्टेल का सदस्य है। उसने यह भी खुलासा किया कि बरामद ड्रग्स को उसने ग्रेटर नोएडा में रहने वाले आइवरी कोस्ट के एक फ्रैंक ओमरलब्राहिम से खरीदा था।
धालीवाल ने आगे कहा कि फ्रैंक को 5 मार्च को नमानी के कहने पर माता चनन देवी अस्पताल (जनकपुरी) के पास से पकड़ा गया था। तलाशी लेने पर उसकी कार की डिक्की से आठ किलो मेथाक्वलोन बरामद किया गया। फ्रैंक ने खुलासा किया कि उसे ड्रग्स की खेप ग्रेटर नोएडा स्थित एक अन्य ड्रग सप्लायर चिनजी से मिली थी, जो एक नाइजीरियाई नागरिक है।
अधिकारी ने कहा कि 6 मार्च को चिनजी को वसंत कुंज में ओएनजीसी बिल्डिंग से गिरफ्तार किया गया। उसके पास जो बैग था, उससे कुल 1.250 किलोग्राम मेथाक्वालोन बरामद किया गया। ग्रेटर नोएडा में उनके किराए के घर की तलाशी ली गई और वहां से 570 ग्राम मेथाक्वालोन बरामद किया गया।
अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए तीनों ड्रग सप्लायर्स से गहन पूछताछ की गई। उन्होंने खुलासा किया कि वे ग्रेटर नोएडा में अफ्रीकी मूल के एक व्यक्ति से मेथक्वालोन की खेप प्राप्त करेंगे। वे ज्यादातर दिल्ली में आईएनए मार्केट, वसंत कुंज मॉल, सी-1 जनकपुरी और विकासपुरी के इलाकों में ड्रग्स का आदान-प्रदान करते थे।
आरोपियों ने यह भी खुलासा किया कि वे अपने वाहक के माध्यम से दिल्ली/एनसीआर से बेंगलुरु और मुंबई में ड्रग्स भेजते थे। कार्टेल के सदस्य ड्रग्स रखने के दौरान कभी भी ट्रेन या हवाई जहाज से यात्रा नहीं करते हैं। खेप पहुंचाने के बाद वाहक हवाई मार्ग से दिल्ली लौटते हैं। गिरफ्तार आरोपियों ने यह भी खुलासा किया है कि वे दो साल से अधिक समय से नशा तस्करी में हैं।
स्पेशल सीपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए तीनों ड्रग सप्लायर वैध यात्रा दस्तावेजों के बिना अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं। नमानी ने कहा कि वह छह महीने के पर्यटक वीजा पर मार्च 2022 में भारत आया था, लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी अपने देश नहीं लौटा।
फ्रैंक ने खुलासा किया कि वह छह महीने के पर्यटक वीजा पर जनवरी 2022 में भारत आया था, लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी वह अपने देश आइवरी कोस्ट नहीं लौटा। वहीं चिनजी जनवरी 2018 में छह महीने के टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था। हालांकि, उसके बाद वह अपने देश नाइजीरिया नहीं लौटा और तब से अवैध रूप से भारत में रह रहा है। स्पेशल सीपी ने कहा, ड्रग कार्टेल के शेष सदस्यों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है।(आईएएनएस)
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