Nabataean Woman Face Unveils: हजारों साल पुरानी सभ्यताओं के बारे में अक्सर बात होती है। पुरातत्व की खुदाई में ऐसे कई अवशेष मिलते हैं, जो हमारी सैकड़ों साल पुरानी सभ्यताओं के बारे में बताता है। ऐसे में अब पूरी दुनिया में अपने रेगिस्तान के लिए मशहूर सऊदी अरब ने प्राचीन सभ्यता से जुड़ी हुईं एक महिला के चेहरे को फिर से तैयार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। (Photo Credit: @renmusb1/twitter)
नबातियन महिला के चेहरा को फिर से बनाया
सऊदी अरब ने दुनिया के लोगों के प्राचीन सभ्यताओं में से एक 2000 साल से भी पहले रहने वाली एक महिला का चेहरा फिर से बनाया है। इतिहासकारों और पुरातत्वविदों की कड़ी मेहनत आखिरकार रंग लाई है, जिसके बाद सऊदी अरब ने नबातियन महिला के पुनर्निर्मित चेहरे (Renovated Face) का अनावरण किया है। द नेशनल की रिपोर्ट के अनुसार इतिहासकारों और पुरातत्वविदों के कई सालों का रिसर्च के बाद अब नबातियन महिला का चेहरा जनता के सामने आ पाया है।
हिनाट के अवशेषों से बनाया चेहरा
बता दें कि नबातियन एक प्राचीन सभ्यता का हिस्सा थी, जो अरब प्रायद्वीप में रहती थी। सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक पेट्रा का प्राचीन जॉर्डन शहर राज्य की राजधानी थी। फिर बनाया गया ये चेहरा हिनाट के अवशेषों से निर्मित किया गया है, जिसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल हेगरा में एक कब्र में खोजा गया था। द नेशनल की रिपोर्ट में बताया गया कि हिनात के साथ 69 अन्य लोगों के अवशेष भी मकबरे में मिले थे।
ऐसे तैयार किया गया चेहरा
वहीं अगर चेहरो को फिर से बनाने की बात करें तो वैज्ञानिक इनपुट को कलात्मक स्वभाव (artistic flair) के साथ मिलाने के बाद चेहरे का निर्माण किया गया था, जो कि पूरा प्रोसेस काफी जटिल था। इस पूरे प्रोजक्ट के लिए यूके स्थित रॉयल कमीशन फॉर अलऊला की तरफ से फंड मुहैया कराया गया था। प्रोजक्ट के बारे में सीएनएन की रिपोर्ट ने बताया कि कि विशेषज्ञों की टीम ने प्राचीन डेटा का उपयोग करके महिला का छवि बनाने के लिए मकबरे में पाए गए हड्डी के टुकड़ों को फिर से बनाया। इसके बाद महिला के चेहरे को तराशने के लिए 3डी प्रिंटर का इस्तेमाल किया गया।
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नबातियन एक रहस्य का एक हिस्सा
इस परियोजना के निदेशक और पुरातत्वविद लैला नेहमे ने नेशनल ज्योग्राफिक को बताया कि नबातियन एक रहस्य का एक हिस्सा है, हम बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन साथ ही हम बहुत कम जानते हैं, क्योंकि उन्होंने कोई साहित्यिक ग्रंथ या रिकॉर्ड नहीं छोड़ा। इस मकबरे की खुदाई उनके विचारों के बारे में ज्यादा जानने का एक शानदार मौका था। विशेषज्ञों ने कहा कि वे जानते थे कि इस परियोजना में मानव अवशेष शामिल हैं, इसलिए इसे सम्मानजनक तरीके से अंजाम दिया गया, जिसमें हिनात की खोपड़ी का कैट स्कैन भी शामिल था।
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