इजराइल ने ईरान पर हमले से पहले अमेरिका को दी थी जानकारी. (फाइल फोटो)

ईरान पर इजराइल के हमले के बाद अभी तक कई चौंकाने वाली बातें सामने आ चुकी हैं. एक ओर ईरान के अधिकारियों ने कहा कि उसकी जमीन का इस्तेमाल कर इजराइल ने हमले करवाए हैं. तो दूसरी ओर इटली के विदेश मंत्री का कहना है कि इजराइल ने ईरान पर ड्रोन हमले के बारे में आखिरी क्षणों में अमेरिका को जानकारी दी थी. इस पर अमेरिकी विदेश मंत्री का भी जवाब आया है.

दरअसल, जी-7 समूह के देशों की तीन दिवसीय बैठक हुई. इसमें इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने कहा कि अमेरिका ने इसमें बताया कि ईरान में ड्रोन हमले के बारे में इजराइल से उसे आखिरी क्षणों में सूचना मिली थी. मगर, अमेरिकी ने इस कार्रवाई में हिस्सा नहीं लिया है. उसे केवल इसकी सूचना मिली थी.

सत्र का एजेंडा आखिरी समय में बदल दिया गया

उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा करने के लिए सत्र का एजेंडा आखिरी समय में बदल दिया गया. ताजानी ने कहा कि उन्होंने तेल अवीव और तेहरान में अपने दूतावासों से संपर्क किया. इस दौरान उन्हें बताया गया कि इस्फहान में रह रहे नागरिक सुरक्षित हैं. हालांकि, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस पर कुछ भी बोलने से इनकार किया है.

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उन्होंने कहा कि अमेरिका किसी हमले में शामिल नहीं है. वो तनाव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है. ब्लिंकन ने कहा कि इसके सिवा और कुछ नहीं कह सकता. अमेरिका-इजराइल के मौजूदा संबंधों पर उन्होंने कहा कि इजराइल अपने फैसले खुद लेता है. अमेरिका इसकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

हम और भी प्रतिबंध लगा सकते हैं

मंत्रियों ने तीन दिन की बैठक के बाद एक बयान जारी किया. इसमें दोनों पक्षों (इजराइल-ईरान) से संघर्ष खत्म करने की अपील की. साथ ही 13-14 अप्रैल को इजराइल पर ईरान के हमले की निंदा की. इसमें कहा कि अगर अस्थिरता की स्थिति बनती है तो हम और भी प्रतिबंध लगा या अन्य कदम उठा सकते हैं.

बैठक में ईरान को बैलिस्टिक मिसाइल और इसकी टेक्नोलॉजी रूस को देने के खिलाफ भी ईरान को चेतावनी दी. साथ ही हमास से बंधकों को रिहा करने की अपील की और इजराइल से अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करने को कहा. बताते चलें कि जी-7 ग्रुप विश्व के सात देशों का समूह है. इसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं.

ईरान में 9 जगहों को इजराइल ने बनाया निशाना

बता दें कि शुक्रवार तड़के इजराइल ने ईरान की 9 लोकेशन्स को मिसाइल और ड्रोन से निशाना बनाया. इसमें इस्फहान शहर भी है. इसे ईरान का मिलिट्री कैपिटल कहा जाता है. नाटंज न्यूक्लियर प्लांट के साथ ही इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की एयरफोर्स का हेडक्वार्टर भी यहीं है. यहां एयरपोर्ट के आसपास धमाकों की आवाज सुनी गई. इसके बाद कई फ्लाइटों को डाइवर्ट किया गया.

– India Samachar

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