बॉलीवुड के ऐसे तमाम किस्से हैं, जिन्हें सुनकर अक्सर लोग हैरान हो जाते हैं. कुछ ऐसा ही किस्सा धर्मेंद्र की एक फिल्म के फाइट सीन से भी जुड़ा हुआ है. फिल्मों में धर्मेंद्र ने कई विलेन्स को कड़ी टक्कर दी है.उनके फाइट सीन पर दर्शक भी तालियां बजाते थे.
एक बार जब एक दिग्गज अभिनेता का बेटा विलेन के रूप में उनके सामने आया तो उन्होंने वो सीन करने से ही मना कर दिया था. ये किस्सा है किरण कुमार से जुड़ा जो एक्टर जीवन के बेटे हैं. जीवन ने पुराने दौर में कई फिल्मों में विलेन का रोल किया था. किरण कुमार ने ‘द कपिल शर्मा शो’ में धर्मेंद्र और उनसे जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा सुनाया था.
किरण कुमार ने सुनाया धर्मेंद्र से जुड़ा किस्सा
कपिल शर्मा के शो में एक बार विलेन स्पेशल एपिसोड रखा गया था. इसमें रंजीत और किरण कुमार भी आए थे. उसी दौरान किरण कुमार ने कहा था, “धर्मेंद्र जी के साथ का एक किस्सा सुनाता हूं. हम एक फिल्म की शूटिंग करने मद्रास पहुंचे. पहले से शूटिंग हो रही थी और मेरा सीन था कि मैं आता हूं धरम जी मेरी खूब धुलाई करते हैं और धुलाई करके घोड़े पे बैठकर चले जाते हैं. मैं उस सीन के लिए सेट पर पहुंच गया. धरम जी आए सेट पे. मुझे देखा और कहा कैसा है बेटा और गले लगा लिया. उसके बाद वो प्रोड्यूसर से कहते हैं किसको मारना है? तो उन्हें कहा जाता है-इनको, किरण इस फिल्म के विलेन हैं, इन्हें मारना है. तो वो बोलते हैं- मैं ये सीन नहीं करूंगा, ये मेरे बेटे जैसा है, जीवन भाई का बेटा है, आप कैसे उम्मीद करते हैं कि मैं इसे मार सकता हूं.’
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जीवन के बेटे किरण कुमार ने की हैं कई फिल्में
71 साल के किरण कुमार ने बतौर रोमांटिक एक्टर बॉलीवुड में कदम रखा था. इनकी पहली फिल्म ‘दो बूंद पानी’ (1971) थी. उसके बाद इन्होंने कई रोमांटिक फिल्में की, लेकिन फ्लॉप रहे. फिर बाद में किरण ने बतौर विलेन अपना सिक्का जमाया. 90 के दशक में किरण कुमार ने ‘अंजाम’, ‘पाप की आंधी’, ‘खुदा गवाह’, ‘बोल राधा बोल’, ‘पत्थर के फूल’, ‘बागी’, ‘आर्मी’, ‘सपूत’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘कुदरत’, ‘क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता’ और ‘सैंडविच’ जैसी फिल्में की.
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