उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक शख्स 34 साल से होमगार्ड की नौकरी कर रहा था. जानकारी के मुताबिक, होमगार्ड की नौकरी करने वाला शख्स हिस्ट्रीशीटर है और उसने सिर्फ चौथी कक्षा तक पढ़ाई की है. शख्स पर हत्या, लूट और डकैती जैसे कई मामले दर्ज थे. वहीं होमगार्ड की नौकरी करने के दौरान उसने अपना नाम नकदू से बदल कर नंदलाल रख लिया था. वहीं पुलिस ने अब इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी शख्स को जेल भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक, आजमगढ़ के थाना रानी की सराय में रहने वाले एक शख्स ने अपना नाम बदलकर पुलिस की आंखों में पिछले 34 साल से धूल झोंक रहा था और होमगार्ड की नौकरी कर रहा था. वहीं इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब उसका गांव में ही किसी से झगड़ा हो गया. पुलिस ने हिस्ट्रीशीट खोली तो मालूम हुआ कि आरोपी शख्स पर 1988 में हत्या का केस दर्ज हुआ था. इसके साथ ही 1988 में ही उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.
सिर्फ चौथी कक्षा तक ही पढ़ा
वहीं आरोपी के खिलाफ जांच की गई तो पता चला कि नकदू के ऊपर हत्या, लूट और हत्या के प्रयास समेत कई अपराधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं. वहीं जानकारी के मुताबिक, नकदू ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर होमगार्ड की नौकरी हासिल कर रहा था. जबकि उसने चौथी कक्षा तक ही पढ़ाई की है. 1990 से लेकर अब तक विभाग में होमगार्ड के पद पर रहकर नौकरी कर रहा था.
34 साल रहा होमगार्ड
पूरे मामले पर जानकारी देते हुए एसपी हेमराज मीणा ने कहा कि एक गोपनीय शिकायत के आधार पर जांच शुरू हुई थी. जिसके बाद नकदू आरोप पाया गया, नकदू उर्फ नंदलाल को विभाग से निलंबित कर दिया गया है. साथ ही उसके खिलाफ बीएनएस की धारा 319 समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले जिस किसी की भी लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ जांच की जाएगी. जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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