नए साल की शुरुआत एक नए और शानदार अनुभव के साथ करना हर किसी की इच्छा होती है. अगर आप भी इस बार नए साल को किसी खास स्थान पर जाकर सेलिब्रेट करना चाहते हैं, तो शिवालिक की पहाड़ियों में स्थित इन आकर्षक डेस्टिनेशन का दौरा आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.साल के पहले दिन की शुरुआत आप माता शाकंभरी देवी मंदिर के दर्शन से कर सकते हैं.
यह मंदिर सहारनपुर रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टैंड से मात्र 48 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. शिवालिक हिल्स के बीच स्थित माता शाकंभरी देवी का मंदिर आपको एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा. मंदिर तक पहुंचने के लिए आप अपने निजी वाहन या प्राइवेट बस का उपयोग कर सकते हैं.
बाबा भूरा देव मंदिर और ट्रैकिंग की यात्रा
माता शाकंभरी देवी मंदिर में दर्शन करने से पहले आपको बाबा भूरा देव मंदिर के दर्शन करने की भी आवश्यकता है. यहां पहुंचने के लिए आपको पथरीले रास्ते पर पैदल या वाहन से चलकर मुख्य भवन तक पहुंचना होगा. मंदिर में दर्शन के बाद आप शिवालिक पर्वतों की ऊंचाई से ट्रैकिंग कर सकते हैं और रास्ते में माता मंशा देवी और संहश्रा ठाकुर के दर्शन भी कर सकते हैं.
इन मंदिरों के दर्शन से आपको न केवल शांति मिलेगी, बल्कि यहां की धार्मिक महत्ता भी आपको मोहित कर देगी. यहां की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक स्थल आपके नए साल को खास बनाने के लिए पूरी तरह से उपयुक्त हैं.
हथिनीकुंड बैराज: प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद
माता शाकंभरी देवी के दर्शन के बाद आप मिर्जापुर क्षेत्र से होते हुए यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर स्थित हथिनीकुंड बैराज जा सकते हैं. यहां का प्राकृतिक सौंदर्य आपको मंत्रमुग्ध कर देगा. हथिनीकुंड बैराज से करीब 40 मिनट का सफर तय करके आप इस जगह का आनंद ले सकते हैं. यहां पर आप बोटिंग कर सकते हैं, जो कि इस जगह का प्रमुख आकर्षण है.
इसके अलावा, यहां के पिकनिक स्पॉट पर बैठकर आप बहते पानी और पहाड़ों के नजारे का आनंद ले सकते हैं. यह जगह शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करती है, जो नए साल की शुरुआत को सुखद बनाती है.
बादशाही महल: ऐतिहासिक स्थल की यात्रा
हथिनीकुंड बैराज से सिर्फ 10 मिनट की दूरी पर एक ऐतिहासिक शिकारगाह स्थित है, जिसे मुग़ल सम्राट शाहजहां ने बनवाया था. यह शिकारगाह बादशाही महल के नाम से प्रसिद्ध है. शाहजहां और उनकी बेगम यहां शिकार करने और सुकून के पल बिताने आते थे. यह महल न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थल प्राकृतिक सुंदरता से भी भरा हुआ है.
महल के आसपास का दृश्य और वन्यजीवों का अनुभव
महल के आसपास के पहाड़ों का दृश्य और दूसरी तरफ यमुना नदी का दृश्य आपका दिन यादगार बना सकता है. इस जगह पर आप वन्यजीवों का भी दर्शन कर सकते हैं, जैसे हाथी, तेंदुआ, और हिरन. इन सभी जगहों पर घूमने से न केवल आप प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करेंगे, बल्कि यहां की ऐतिहासिक और धार्मिक जगहों पर जाकर आपके नए साल की शुरुआत और भी खास हो जाएगी.
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