Greater Noida News :
जेवर के पास बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और उससे सटे गांवों में अवैध कॉलोनियों के तेजी से फैलने की खबरें चिंता का विषय बन गई हैं। दयानतपुर गांव एयरपोर्ट से मात्र आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इन अवैध कॉलोनियों के विस्तार का केंद्र बनता जा रहा है। यहां बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य बिना किसी वैधानिक अनुमति के जारी है।
यहां पर तेजी से बस रही अवैध कॉलोनियां
बल्लभगढ़ से जयपुर एयरपोर्ट तक के लिए प्रस्तावित एक्सप्रेसवे के निकट इन कॉलोनियों का तेजी से विकास हो रहा है। कॉलोनाइजर और प्राइवेट बिल्डर स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञापन दे रहे हैं। जिनमें टीवी, रेडियो और अखबारों के माध्यम से लोगों को जेवर एयरपोर्ट के पास बसने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस क्षेत्र में प्लॉट खरीदने वालों को बेहतर भविष्य और शानदार लोकेशन का लालच दिया जा रहा है।
योजनाओं पर पड़ सकता है असर
यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट के पास कई महत्वाकांक्षी योजनाएं बनाई हैं। जिनमें फाइव स्टार, थ्री स्टार और अन्य होटल परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में अमेरिकी, कोरियाई और जापानी सिटी बसाने की भी योजना है। लेकिन अवैध कॉलोनियों का यह विस्तार इन योजनाओं के लिए बाधा बन सकता है। यदि जल्द ही इस पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो यह क्षेत्र अनियंत्रित और अव्यवस्थित तरीके से विकसित हो सकता है।
प्राधिकरण की मास्टर प्लान पर संकट
जेवर टोल प्लाजा और एयरपोर्ट के आस-पास के इलाकों में अवैध कॉलोनियों का विस्तार तेजी से हो रहा है। यही नहीं राया, टप्पल, बाजना, पलवल और अलीगढ़ जैसे अधिसूचित क्षेत्रों में भी अवैध निर्माण कार्य ज़ोरों पर हैं। दनकौर से लेकर अलीगढ़ तक इन कॉलोनियों के फैलने से यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान पर सवाल खड़े हो गए हैं।
क्या कर रहा है प्राधिकरण?
अवैध निर्माणों को रोकने के लिए यमुना प्राधिकरण को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस समस्या को समय रहते नहीं रोका गया, तो इससे क्षेत्र की योजनाबद्ध विकास प्रक्रिया बाधित हो सकती है और यह मास्टर प्लान में “दाग” के समान होगा।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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