मौसम विभाग ने घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है.
दिसंबर के आखिर में राजधानी दिल्ली समेत देश के मैदानी इलाकों में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. बर्फीली हवाओं के चलते दिल्ली के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. रात के वक्त ठंड से बचने के लिए जहां एक तरफ सड़कों पर लोग अलाव जलाकर हाथ सेकतें हुए नजर आ रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर रैन बसेरों में भी लोगों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. ठंड से बचने के लिए लोग रैन बसेरे में आसरा लेते हुए नजर आ रहे हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में तापमान में ओर गिरावट दर्ज की जाएगी. शनिवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और मैक्सिमम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. इसके साथ ही मौसम विभाग ने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने दिल्ली में 26 दिसंबर को बारिश का अनुमान जताया गया है. सुबह के वक्त पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और झारखंड के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम कोहरा देखा गया.
यहां होगी बारिश
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. उत्तर तमिलनाडु, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. पिछले 24 घंटों के दौरान, तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश दर्ज की गई. तटीय तमिलनाडु, रायलसीमा और दक्षिण तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश हुई. आंध्र प्रदेश और तटीय ओडिशा में हल्की बारिश दर्ज की गई.
इन राज्यों में रहेगा शीतलहर और कोहरे का प्रकोप
देश के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में कोहरे और शीतलहर का प्रकोप जारी है. आईएमडी के मुताबिक, 21 से 24 दिसंबर के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में गंभीर शीत लहर की स्थिति होने की संभावना है. 26 दिसंबर तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में, 21 दिसंबर को पंजाब और राजस्थान में शीत लहर की स्थिति होने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और झारखंड के अलग-अलग इलाकों में 22 दिसंबर तक घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. इसके अलावा बिहार में 21 और 22 दिसंबर को देर रात और सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है.
फैला हुआ है साईक्लोन सर्कुलेशन
स्काईमेट के मुताबिक, पश्चिम-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ गहरा कम दबाव का क्षेत्र उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है. इससे जुड़ा हुआ चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic circulation) समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई तक फैला हुआ है. यह शनिवार शाम तक पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है. इसके बाद, यह उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए अगले 24 घंटों तक डिप्रेशन के रूप में बने रहने की संभावना है.
पश्चिमी विक्षोभ निचले और मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में मौजूद है. इसका अक्षांश 25° उत्तर के उत्तर में और देशांतर 17° पूर्व के आसपास समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई तक फैला हुआ है. प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है. एक और चक्रवातीय परिसंचरण पूर्वोत्तर बांग्लादेश पर स्थित है. 27 दिसंबर से पश्चिमी हिमालय और उससे सटे मैदानी इलाकों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ के पहुंचने की संभावना है.
– India Samachar
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