AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में लगातार कई नए खुलासे हो रहे हैं. जानकारी सामने आई है कि निकिता ने अतुल के खिलाफ दर्ज करवाए दो केस को वापस ले लिया था. बाकी के 4 केस अभी भी जौनपुर की फैमिली कोर्ट में ही चल रहे थे. इनमें से एक केस की अगली सुनवाई 12 जनवरी 2025 को होनी थी. लेकिन उससे पहले ही अतुल ने मौत को गले लगा लिया.
फिलहाल अतुल सुभाष सुसाइड केस में बेंगलुरु पुलिस ने पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा और साले अनुराग को अरेस्ट कर लिया है. वहीं, चौथा आरोपी यानि निकिता का चाचा सुशील सिंघानिया अभी फरार है.
अतुल ने सुसाइड से पहले इन सभी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. कहा था- मेरे खिलाफ मेरी बीवी ने 9 फर्जी मामले दर्ज करवाए हैं. मैं अब थक चुका हूं खुद को बेगुनाह कर करके और बेवजह उसे पैसे दे देकर. लेकिन मुझे बार बार पत्नी, ससुरालियों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है. जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज साहिबा रीता कौशिक भी मेरी बीवी का ही साथ देती हैं. मैंने कई सबूत पेश किए. लेकिन वो भी केस सेटल करवाने की एवज में मुझसे 5 लाख रुपये मांगती है. मेरी सैलरी इतनी नहीं है कि मैं बिना किसी बात के पैसे देता फिरूं. अब मैं थक चुका हूं.
कोर्ट में कुल 9 केस
उन्होंने वीडियो में कहा था- मेरी पत्नी ने कुल 9 केस डाले हैं मेरे खिलाफ. 6 लोअर कोर्ट में और तीन हाईकोर्ट में. एक केस मैंने हाईकोर्ट में डाला है. मेरे, माता-पिता और भाई के ऊपर धारा 302 मर्डर, धारी 377 (अननेचुरल सेक्स), धारा 498 ए, धारा-323, धारा-406, धारा-506, 504, धारा-125 और दहेज के लिए प्रताड़ना का भी केस डाला गया. तीन महीने बाद केस को वापस भी ले लिया गया. इनमें बेल मिल पाना भी मुश्किल है.
अतुल ने बताया था कारण
अतुल ने कहा था- निकिता बहुत ही शातिर है. उसने तलाक का केस वापस ले लिया था और बहाना बनाया कि उसके वकील ने अपनी मर्जी से यह केस डाल दिया था. वो तो खुद इतनी पढ़ी लिखी है. क्या बिना पढ़े ही उसने साइन कर दिए पेपर पर? ये सब झूठ है. निकिता ने जानबूझ कर तलाक का केस हटाया, ताकि मुझे और टॉर्चर दे सके.
अब सामने आया है कि अतुल के खिलाफ निकिता ने दो केस वापस ले लिए थे. जिसमें निकिता सिंघानिया ने तलाक का मुकदमा और सीजेएम कोर्ट में मारपीट और अप्राकृतिक यौन संबंध के मुकदमे को बाद में वापस ले लिया था. जौनपुर की अदालत में इस समय अतुल सुभाष पर चार मुकदमे चल रहे हैं. इसमें एक मुकदमा दहेज प्रथा और मारपीट का लंबित है जिस पर अगली सुनवाई 12 जनवरी 2025 को होनी थी.
9 दिसंबर को किया सुसाइड
9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी. अतुल के भाई विकास की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया. इसी सिलसिले में निकिता, निशा और अनुराग की गिरफ्तारी हुई. चौथे आरोपी की तलाश जारी है.
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