रूस ने यूक्रेन की संपूर्ण तबाही का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है. कहा जा रहा है कि दिसंबर में ही यूक्रेन का सरेंडर कराने की तैयारी है. इसलिए रूस ने हमले शुरू कर दिए हैं. पिछले 24 घंटे में यूक्रेन के 13 शहरों पर मिसाइलें दागी गईं. यूक्रेन को जबरदस्त नुकसान हुआ है. साउथ यूक्रेन से लेकर कीव तक इतने भयंकर हमले किए गए कि नाटो की भी घबराहट बढ़ गई है जबकि अभी सिर्फ रूस ने ट्रेलर दिखाया है.
तबाही की पूरी पिक्चर बाकी है. इस बीच नाटो अलर्ट हो गया है. उसने रूस के पास वाले एयरबेस वॉर रेडी कर दिए हैं यानी अब यूरोप में ऐसी आशंका प्रबल होती जा रही है जिसमें रूस और नाटो में सीधा टकराव हो सकता है. अगर ऐसा हुआ तो तबाही का ऐसा जलजला आएगा जिसमें यूक्रेन नक्शे से मिट सकता है जबकि युद्ध की आग में रूस समेत कई और नाटो के सदस्य देश तबाह हो सकते हैं.
रूस के हमले से साबित हो गया कि वो दिसंबर में ही कीव के सरेंडर की तैयारी कर चुका है. इसके लिए उसने जो ब्लूप्रिंट बनाया है. उसमें दो तरह के ठिकाने टारगेट पर हैं. सबसे पहले यूक्रेन के एनर्जी सेक्टर को तबाह करने के लिए हमले किए जा रहे हैं, जिससे यूक्रेन के अधिकतर शहर अंधेरे में डूब जाएं. दूसरी तरफ उन तमाम सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है जो युद्ध में ऑपरेशनल हैं. जहां नाटो से मिले हथियार रखे हुए हैं.
यूक्रेन को बैकफुट पर धकेल दिया
बीती रात यूक्रेन ने इन्हीं ठिकानों पर हमला करके यूक्रेन को बैकफुट पर धकेल दिया. हमले इतने जबरदस्त थे कि कीव समेत कई शहरों में लगातार सायरन बजते रहे. जपोरिजिया के एक मार्केट में इस्कंदर मिसाइल गिरी और उसके बाद बारूदी बवंडर आ गया. जोरदार आवाज के साथ उस इलाके में तबाही मच गई. जिस इमारत पर मिसाइल गिरी वो पूरी तरह जमींदोज हो गई. इसी तरह खेमिलन्त्सकी में में रूस की क्रूज मिसाइल से कोहराम मचा दिया. कई मिसाइलें रिहायशी इलाकों पर भी गिरी जिससे भारी नुकसान की आशंका है. ओडेसा में भी रूस ने ताबड़तोड़ मिसाइलें दागीं जिससे पावर प्लांट पूरी तरह खाक हो गया. इसके अलावा मिलिट्री बेस पर भी हमला किया गया जहां तैनात डिफेंस सिस्टम भी हमले में नष्ट हो गए.
तगनरोग एयरफील्ड का बदला लेने के लिए हमला
दरअसल रूस ने ये हमला तगनरोग एयरफील्ड का बदला लेने के लिए किया है. जहां यूक्रेन ने ATACMS से हमला किया था. तगनरोग एयरफील्ड पर यूक्रेन के हमले से भारी नुकसान हुआ. अब पलटवार में रूस ने यूक्रेन के 13 शहरों पर विनाशक हमले किए जिसमें कई शहरों में ब्लैकआउट हो गया. रूस ने कई घंटो तक बमबारी की. मिसाइलें भी दागीं और ड्रोन स्ट्राइक भी कीव तक की गई. रूस ने 287 मिसाइलें दागीं. 300 से ज्यादा ड्रोन हमले किए. 6 एनर्जी सेक्टर को पूरी तरह खाक कर दिया. खारकीव से लेकर कीव तक कोहराम मचता रहा और रात भर यूक्रेन के कई शहरों में आग की लपटें उठती रहीं. इसके अलावा कई दूसरे ठिकानों पर भी हमले किए गए.
रूस के हमले से सबसे बड़ा खतरा परमाणु पावर प्लांट पर हमले से पैदा हो गया है. अब रेडिएशन फैलने का डर है. अगर ऐसा हुआ तो पूरे यूरोप में रेडिएशन सुनामी आ जाएगी जिससे हजारों लोगों की मौत हो सकती है. क्योंकि परमाणु रिसाव को रोक पाना नामुमकिन होगा और ये किसी परमाणु विस्फोट से कम खतरनाक नहीं होगा.
ठीक ट्रेनिंग के वक्त हुआ हमला
रूस ने कीव एयरबेस पर हमला करके तेगेनरोग एयरफील्ड पर 24 घंटे पहले यूक्रेन के हमले का बदला ले लिया. दावा किया जा रहा है कि कीव एयरबेस पर हमला उस वक्त हुआ जब यूक्रेन के पायलट F-16 की ट्रेनिंग ले रहे थे. इस दौरान कई जेट रनवे पर मौजूद थे जिन्हें काफी नुकसान हुआ है. कई मिसाइलें हैंगर में खड़े जेट्स पर भी गिरीं. रूस ने हमले के लिए इस्कंदर मिसाइल का इस्तेमाल किया. जिसके जरिए एयरबेस पर बने ऑयल डिपो को खाक कर दिया. इसके अलावा कीव एयरबेस पर मौजूद कमांड सेंटर,रडार सिस्टम को भी नष्ट कर दिया. इस दौरान वहां तैनात एंटी एयरक्राफ्ट गन और एयर डिफेंस सिस्टम भी हमला रोकने में नाकाम हो गए.
रूस के हमले के जवाब में यूक्रेन ने भी पलटवार किया. यूक्रेन ने रूस के ओरेल में मौजूद ऑयल डिपो पर हमला किया. इसके अलावा ब्रियांस्क और कुर्स्क में भी हमले किए. रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के 37 ड्रोन इंटरसेप्ट कर लिए. यूक्रेन के हमलों के बीच रूस ने जो ब्लूप्रिंट तैयार किया है उसके मुताबिक रूस अब, तब तक हमले करता रहेगा जब तक यूक्रेन आत्मसमर्पण नहीं कर देता.
रूस में सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरमैन ने दी धमकी
दूसरी ओर रूस में सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरमैन दिमित्री मेदवेदेव ने धमकी दी है. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन के पास सिर्फ दो विकल्प हैं. या तो वो रूस में शामिल हो जाए या दुनिया के नक्शे से उसका वजूद मिट जाएगा. यानी रूस तैयारी कर चुका है और हो सकता है कि वो ट्रंप के सत्ता संभालने से पहले ही यूक्रेन को खाक में मिला दे. इसी दिशा में रूसी सेना आगे बढ़ रही हैं.. पिछले 24 घंटे में ताबड़तोड़ हमले इसी का संकेत हैं.
रूस के हमलों से पोलैंड में दहशत फैल गई है. पोलैंड ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है. एयरबेस वॉर रेडी कर दिए हैं. पोलैंड के फाइटर जेट सिक्योरिटी एयर ड्रिल कर रहे हैं. पोलैंड को खतरा है कि कहीं रूस उस पर हमला ना कर दे क्योंकि रूस के टारगेट पर पोलैंड में मौजूद नाटो बेस है. वैसे भी रूस नाटो के हथियार देने से गुस्से में है. इसलिए वो नाटो से बदला लेने के लिए पोलैंड में मौजूद मिलिट्री बेस पर कोहराम मचा सकता है.
(टीवी9 ब्यूरो रिपोर्ट)
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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