सिनेमा की दुनिया में ऐसे कई किस्से सुनने को मिलते हैं, जब दो लोगों ने एक साथ अपने करियर की शुरुआत की. उनमें से एक तो सफल हो गया और उसका करियर बुलंदियों पर पहुंच गया. लेकिन दूसरे को फिल्में मिलना बंद हो गईं और उसका करियर डूब गया. कुछ ऐसा ही हुआ सुमित सहगल के साथ. वही सुमित सहगल, जिनका लुक गोविंदा से मिलता-जुलता था.
सुमित सहगल ने साल 1987 में फिल्म ‘इंसानियत के दुश्मन’ के जरिए अपने करियर की शुरुआत की थी. हालांकि ये फिल्म कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी. लेकिन इसके बाद 1987 से 1995 तक, उन्होंने करीब 30 फिल्मों में काम किया. सुमित सहगल की एक्टिंग को लोग पसंद करते थे. जब काम पसंद किया जाने लगा तो फिल्मों के ऑफर मिलने लगे. इसी दौरान उनकी तुलना गोविंदा से होने लगी.
जब लगा सस्ता गोविंदा होने का टैग
सुमित सहगल देखने में गोविंदा की तरह लगते थे. 1988 में आई फिल्म ‘तमाचा’ जो कि एक मल्टीस्टारर फिल्म थी. इसमें सुमित भी नजर आए थे. कहते हैं कि पहले इस फिल्म में सुमित की जगह मेकर्स गोविंदा को लेने वाले थे, लेकिन गोविंदा के पास टाइम नहीं था, इसलिए फिल्म सुमित को ऑफर हुई. उसके बाद तो ऐसी भी बातें होने लगीं कि जब गोविंदा के पास फिल्में करने का वक्त नहीं होता है तब सुमित को फिल्म में कास्ट किया जाता है. इसके अलावा उनपर सस्ता गोविंदा होने का भी टैग लगने लगा.
कहां गुमनाम हुए सुमित सहगल
उसके बाद भी सुमित सहगल कई मल्टीस्टारर फिल्मों में नजर आए, लेकिन वो कभी लीड रोल नहीं कर पाए. उस दौर में गोविंदा तेजी से उभरते हुए कलाकार बने. उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में देनी शुरू की और वो सब हिट हो गईं. इसके बाद तो गोविंदा के पास मेकर्स की लाइनें लगी रहती थीं. हालांकि, फिर बाद में जब सुमित को फिल्मों के ऑफर मिलने कम हो गए तो उन्होंने धीरे-धीरे खुद को फिल्मी दुनिया से बाहर निकाल लिया और अपनी कंपनी खोल ली. अब सुमित बॉलीवुड फिल्मों में पैसे लगाते हैं और पत्नी के साथ कंपनी संभालते हैं.
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