बांग्लादेश में ISKCON धर्मगुरु चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया. इसी हिंसा में एक वकील की जान चली गई. मृतक सहायक सरकारी वकील का नाम सैफुल इस्लाम है. उसे गंभीर हालत में अस्पताल में ले जाया गया था, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. संघ के अध्यक्ष के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सैफुल इस्लाम को जबरदस्ती हॉल में खींचकर ले गए और उनकी हत्या कर दी. बांग्ला के स्थानीय अखबार प्रोथोम अलो के मुताबिक, मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि वकील की हत्या के पहले प्रदर्शनकारियों ने उसकी बहुत पिटाई की.
पिछले दिनों बांग्लादेश में ISKCON के वरिष्ठ धर्मगुरू के मामले में चटगांव की छठी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में सुनवाई की गई थी. इस दौरान कोर्ट ने उनकी जमानत को खारिज कर चिन्मय प्रभु को जेल भेज दिया गया. उन्हें राजद्रोह के मामले में आरोपी बताया गया है. उनकी गिरफ्तारी के गुस्साए लोगों की तरफ से विरोध किया गया, उसी दौरान हिंसा की भड़क उठी.
गिरफ्तारी के बाद समर्थकों ने किया विरोध
चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी ढाका के हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से हुई थी. गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने रास्ते को जाम करने की कोशिश की और उनकी वैन के सामने काफी भीड़ जुट गई. सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक, बड़ी मुश्किल से उनकी वैन को मौके से निकाला गया. इसके लिए उन्हें मौके पर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठी जार्च का सहारा लेना पड़ा. चिन्मय प्रभु ने जेल से अपने समर्थकों से अपील की है कि वो शांति बनाए रखें.
डिप्टी कमिश्नर ने क्या कहा?
उनके समर्थकों का कहना है कि धर्मगुरु चिन्मय प्रभु की जान को खतरा है, ऐसे में जल्द से जल्द उन्हें रिहा किया जाना चाहिए. द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ ढाका, कमिला, खुलना, दिनाजपुर और कॉक्स बाजार सहित कई क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे थे. सिटी पुलिस के डिप्टी कमिश्नर लियाकत अली की तरफ से एक शख्स की मौत की सूचना दी गई, लेकिन उन्होंने कहा कि वो अभी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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