लक्ष्यराज सिंह और विश्वराज सिंह मेवाड़
राजस्थान के उदयपुर स्थित सिटी पैलेस के बाहर हुए हाईप्रोफाइल को लेकर राज परिवार के सदस्य लक्ष्य राज सिंह ने जवाब दिया है. मंगलवार की देर शाम प्रेस कांफ्रेंस में लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि वो सरकार में हैं. उनके पास सत्ता की ताकत है और वह संविधान की शपथ लेकर खुद संविधान तोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये परिस्थिति 1984 की याद दिला रही है. उन्होंने कहा कि वह घर में बैठे हैं, लेकिन उनके ऊपर दबाव बनाया जा रहा है. लेकिन यह समझना होगा कि कानून सबके लिए बराबर है.
उन्होंने कहा कि ये देश कानून के मुताबिक चलता आया है और कानून से ही चलेगा. कुछ लोग पॉवर में बैठे हैं, वो अपने पॉवर का दुरुपयोग कर रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने प्रशासन से सवाल किया कि उनकी मर्जी के बिना कोई उनके घर में कैसे घुस सकता है. उन्होंने डीएम उदयपुर पर सवाल उठाते हुए कहा कि हालात को देखते हुए उन्होंने धारा 144 क्यों नहीं लगाई. जानबूझ कर यहां ऐसी परिस्थिति बनाई गई, जिसमें उनके पिता और बहन मरते मरते बचे हैं.
शक्ति प्रदर्शन की जगह नहीं मंदिर-लक्ष्यराज सिंह
लक्ष्यराज सिंह ने मंदिर में दर्शन के सवाल पर कहा कि मंदिर पूजा की जगह है, ना कि शक्ति प्रदर्शन की. उन्होंने कहा कि लोग गलत मंसूबे के साथ उनके घर में घुसना चाहते हैं. यदि किसी को मंदिर जाना है तो जाए, लेकिन मंदिर परिवार के साथ जाना चाहिए. यहां परिवार का तो कोई नहीं, लेकिन अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जरूर हैं. उन्होंने कहा कि लोग अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए उदयपुर को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. यह बेहद निंदनीय है. हैरानी की बात है कि शासन और प्रशासन भी ऐसे लोगों की मदद कर रहा है.
धूणी दर्शन पर अड़े विश्वराज सिंह
उधर, राजतिलक की रस्म के बाद सिटी पैलेस के बाहर बैठे विश्वराज सिंह अब भी धूणी दर्शन पर अड़े हुए हैं. मंगलवार को डीएम और एसपी ने उन्हें खूब समझाने की कोशिश की. बावजूद इसके, उन्होंने कहा कि वह लड़ाई झगड़ा नहीं चाहते. इसलिए वह सिटी पैलेस में तो नहीं घुसेंगे, लेकिन बुधवार की सुबह वह एकलिंगनाथ जी के दर्शन करने जरूर जाएंगे. उनके रूख को देखकर प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. फिलहाल सिटी पैलेस के बाहर बड़े बड़े बैरियर लगाए गए हैं. इन बैरियर के ऊपर ऊंची ऊंची जालियां लगाई गई है.
– India Samachar
.
.
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link