मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक महिला ने न्याय की गुहार लगाई है. आरोप है कि थाने की पुलिस ने महिला से सीएम हेल्पलाइन कटवाने के लिए दबाव बनाया, जिसके बाद पीड़ित महिला ने एसपी को एक शिकायती आवेदन पत्र देते हुए आत्महत्या करने की इजाजत मांगी, जिस पर छतरपुर के एसपी ने महिला के आवेदन पत्र पर सील साइन करके रिसीविंग महिला को दे दी यानी अप्रूवल दे दिया.
इसके बाद मामले ने जबरदस्त तूल पकड़ा और यह बढ़ता चला गया. पीड़ित महिला ने कहा कि हमारी कहीं सुनवाई नहीं हुई, तो हम ने एसपी से आत्महत्या करने की इजाजत मांगी, जिस पर हमें इजाजत दे दी गई. अब हमारे पास आत्महत्या करने के सिवाय कोई रास्ता नहीं है. दरअसल छतरपुर जिले के हरपालपुर में रहने वाली शोभा जंगरिया वार्ड नंबर 13 खटीक मोहल्ले में रहती हैं और पीड़ित महिला ने आरोप लगाते हुए हरपालपुर थाने में एक शिकायती आवेदन पत्र दिया था.
थाना पुलिस के खिलाफ शिकायत
महिला ने आवेदन पत्र में बताया था कि उसके पति राजेंद्र जंगरिया के साथ 10 नवंबर की रात मोहल्ले में रहने वाले बालादीन खटीक, दिलीप खटीक ने शराब के नशे में मारपीट की थी. इस मामले में पुलिस ने दूसरे पक्ष की शिकायत पर FIR दर्ज की, जिन्होंने मारपीट की थी. इसके बाद महिला शोभा जंगरिया ने सीएम हेल्पलाइन 181 में हरपालपुर थाना पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
झूठे मामले में फंसाने की धमकी
बताया गया कि थाना प्रभारी पुष्पक शर्मा सीएम हेल्पलाइन कटवाने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे, जब महिला शोभा ने सीएम हेल्पलाइन कटवाने से इनकार किया तो पुलिस का कहना था कि तुम्हें झूठे मामले में फंसा दिया जाएगा. इसी प्रताड़ना के चलते शोभा जंगरिया ने 18 नवंबर को एसपी अगम जैन को एक शिकायती आवेदन पत्र देते हुए आत्महत्या की इजाजत मांगी, तो शोभा को एसपी कार्यालय से सील और साइन करके रिसीविंग दे दी गई.
एसपी ने सिरे से नकारा
इसके बाद से ही आवेदन पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. उधर इस मामले को लेकर एसपी ने आत्महत्या की बात को सिरे से नाकारा और अपनी सफाई देते हुए कहा कि महिला ने आत्महत्या करने जैसी कोई बात नहीं बताई थी. बल्कि सीएम हेल्पलाइन कटवाने के लिए दबाव बनाने की बात कही थी, जिस पर तुरंत एसडीओपी नौगांव को जांच के लिए आदेशित किया था लेकिन महिला ने जो आवेदन दिया है. उस पर साफ शब्दों में लिखा है “परेशान होकर आत्महत्या की अनुमति हेतु आवेदन पत्र”
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