करवा चौथ पर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं, लेकिन आज से दो साल पहले लखनऊ में करवा चौथ के दिन एक ऐसी घटना को अंजाम दिया गया, जिसके बारे में चर्चा करना जरूरी बन जाता है. लखनऊ में एक महिला अपनी मां अपने दो बच्चों के साथ घर से निकली है, लेकिन 6 महीने तक उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती. पुलिस भी छानबीन के बाद मामले को बंद कर देती है, लेकिन फिर एक ऐसा चमत्कार होता कि आरोपी पुलिस के सामने खुद की अपना गुनाह कबूल कर बैठता है.
कहानी आज से दो साल पहले लखनऊ की है, जहां पर रूबी नाम की महिला अपने दो बच्चों के साथ अपनी मां के घर पर रहती थी. उसके पति की कुछ समय पहले मौत हो चुकी थी और आर्थिक हालात भी अच्छे नहीं थे, इसी तंगी से परेशान आकर वह एक तात्रिक के संपर्क में आती है और उसका वहां पर आना-जाना लगा रहता है. दो साल पहले करवा चौथ के ही दिन रूबी ने अपनी मां से कहा कि वह तांत्रिक से मिलने जा रही है और कुछ ही देर के बाद लौट आएगी. मां को भी पता था कि वह तांत्रिक के पास अक्सर जाती है तो उसने भी इस बारे में कोई सवाल नहीं पूछा और रूबी को मंजूरी दे दी.
रात हो चुकी थी, लेकिन रूबी का अब तक कोई अता-पता नहीं था. मां और बच्चे दोनों परेशान थे. जैसे-तैसे रात गुजरी तो मां सीधे तांत्रिक के पास पहुंची. उससे रूबी के बारे में जाना चाहा. हालांकि उसने साफ कह दिया कि रूबी से उसकी कोई बात लंबे समय से नहीं हुई. उसके यहां आने की कोई जानकारी भी उसके पास नहीं थी. मां करीब 4 दिन तक बेटी के बारे में अपने स्तर पर पूछताछ करती रही, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिलने पर आखिरकार वह पुलिस के पास गई. अब इस मामले में यह साफ था कि रूबी के साथ कुछ अनहोनी हुई है क्योंकि वह अपने बच्चों और मां को ऐसे छोड़कर जाने वाली नहीं थी.
छानबीन में लगी पुलिस
पुलिस ने इस मामले में तुरंत एक्शन लिया और छानबीन में जुट गई. सबसे पहले तांत्रिक को बुलाया गया और उससे पूछताछ की गई, लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद पुलिस ने एक के बाद एक 10 लोगों से इस मामले में जानकारी हासिल की. हालांकि वह अभी भी खाली हाथ थी. फिर पुलिस ने रूबी के मोबाइल नंबर से उस दिन किन-किन लोगों से बात हुई और वह किस-किस के संपर्क में रहती थी, उसकी डिटेल खंगाली. पुलिस के सामने अब दो नाम थे, जिनसे रूबी सबसे ज्यादा बात करती थी, जिसमें पहला नाम तांत्रिक का और दूसरा नाम एक अन्य शख्स का था.
अब पुलिस को मामला समझने में ज्यादा देर नहीं लगी और उन्होंने इन दोनों के बीच संबंध निकालने की कोशिश की, लेकिन उसको यहां पर भी सफलता नहीं मिली. अब पुलिस हर तरह से खाली हाथ थी, लेकिन उसने इन दोनों से सख्त लहजे में पूछताछ की. दोनों ने काफी मार खाने के बाद भी गुनाह नहीं कबूला तो पुलिस को लगा कि मामला कुछ दूसरा हो सकता है या किसी अन्य शख्स की इस मामले में संलिप्ता हो सकती है.
बीत गए 6 महीने, फिर खुला राज
लंबे समय तक पुलिस ने इस मामले में छानबीन की, लेकिन उसको कुछ हासिल नहीं हुआ. अब मामले को छोड़ दिया गया, लेकिन मां और बच्चों की हालत को देखते हुए पुलिस ने एक बार फिर मामले में जांच करने की ठानी. पुलिस को जिन दो लोगों पर शक था, उनको एक बार फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया. तांत्रिक ने पहले वाला ही बयान दिया और पुलिस को भी उसके खिलाफ कुछ नहीं मिला. अब पुलिस ने उस दूसरे शख्स को बुलाया, जिससे रूबी की मोबाइल पर लगातार बात होती थी. पुलिस ने उसको बैठाया ही था और उस शख्स ने खुद की बोलना शुरू कर दिया.
उसने कबूल किया कि आज से 6 महीने पहले उसने ही रूबी की हत्या की थी. पुलिस उसकी बात को सुनकर हैरान रह गई क्योंकि जिस शख्स पर उसने पहले हर प्रयास करके रूबी के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की थी, वह इस बार खुद ही गुनाह को कबूल रहा है. पुलिस को कुछ शक हुआ और उससे पूछा गया कि क्या वह किसी के दबाव में इस तरह का बयान दे रहा है तो उसने साफ मना कर दिया.
आत्मा ने ऐस कबूल कराया गुनाह
अब पुलिस बेशर्मी से उस शख्स से पूरा मामला जानना चाहती थी. उसने बताया कि जिस दिन से उसने रूबी की हत्या की है वह ठीक से सो नहीं पाया है क्योंकि रूबी की आत्मा उसे सोने नहीं देती. वह जहां भी देखता है, उसे रूबी नजर आती है. हालांकि पुलिस उसकी इस बात पर अभी भी शक कर रही थी क्योंकि जब वह बात कर रहा था तो उसके हालत ठीक नहीं लग रही थी. उसे देखने के बाद साफ लग रहा था कि दिगामी रूप से थोड़ा परेशान है और उसके हाव-भाव भी ठीक नहीं है.
इसलिए की थी रूबी की हत्या
पुलिस ने उससे पूछा कि उसके पास हत्या का क्या कारण है और अगर उसने रूबी को मारा तो उसकी लाश कहां है तो उसने बताया कि हम दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और करवा चौथ के दिन रूबी उसके पास आई थी, करवा चौथ का दिन था तो मैंने उससे डिमांड करते हुए कहा कि वह आज की रात मेरे साथ गुजारे, लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी और बच्चों के अकेले होने की बात कहती रही. ऐसे में हम दोनों के बीच झगड़ा हो गया. मैंने खूब ज्यादा शराब पी हुई थी, जिस वजह से मैंने होश खो दिया और उसके सिर पर वार कर दिया. सिर से बहुत ज्यादा खून बहने के कारण रूबी की मौत हो गई और मैं डर गया. पुलिस ने रूबी की लाश के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसने अपने कमरे में एक तीन फीट का गड्ढा खोदकर उसको वहां पर दबा दिया.
रूबी की मां ने शव के पास मिले कंगन से पहचाना
मामला अब पूरी तरह से साफ हो चुका था. पुलिस उसके कमरे पर पहुंची और उसकी बताई गई जगह पर गड्ढा खोकर रूबी के शव को निकालना गया. 6 महीने से दबा होने के कारण शव के कपडे गल चुके थे और अब सिर्फ कंकाल बचा था. ऐसे में पुलिस के सामने शव की पहचान करना बड़ी चुनौती थी. हालांकि पुलिस को शव के पास से दो ऐसे सुराग हाथ लगे, जिससे गुत्थी सुलझने में ज्यादा समय नहीं लगा. रूबी की मां ने शव के पास से मिले हाथ के कंगन को पहचान लिया. इसके साथ ही रूबी का कभी एक्सीडेंट हुआ था और उसके दाहिने पैर में रॉड गिरी थी, जिसकी पुष्टि भी उसकी मां ने की. अब मामला साफ था कि यह शव रूबी का है, लेकिन 6 महीने से अपनी मां की आस लगाए बच्चों के लिए यह खबर किसी बड़े झटके से कम नहीं थी क्योंकि वह पहले अपने पिता और अब मां को भी खो चुके थे.
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