अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के पदाधिकारियों के बीच करीब छह माह से चल रही रार बृहस्पतिवार को सड़क फिर पुलिस तक पहुंच गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गुप्ता (वाराणसी) और अंतरिम अध्यक्ष अवनीश कांत गुप्ता आमने-सामने आ गए। दोनों ने कार्यालय पर कब्जे का आरोप लगाया। हंगामा होने पर दोनों पक्ष को थाना लोहामंडी लाया गया लेकिन सुलह की बात नहीं बन सकी।
दो दिन पूर्व माथुर वैश्य महासभा भवन, पंचकुइयां के कार्यालय पर जुलाई में गठित अंतरिम अध्यक्ष अवनीश कांत गुप्ता के नेतृत्व में पहुंचे पदाधिकारियों ने महासभा के कार्यालय पर कब्जा लेते हुए नए सत्र का एलान किया था। पुरानी कार्यकारिणी की ओर से नाम पट्टिकाएं उखाड़ने का आरोप लगाया गया।
बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने प्रेसवार्ता बुलाई। दूसरे गुट के लोग भी पहुंच गए। अशोक गुप्ता ने महासभा भवन के दरवाजे पर ताला लगवा दिया। इससे अवनीश कांत गुप्ता पक्ष के लोग विरोध करने लगे। सड़क पर झगड़े और मारपीट के हालात बन गए। दरवाजा तोड़ने तक के प्रयास होने लगे।
सूचना पर पुलिस पहुंची। हंगामा होने लगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गुप्ता और अंतरिम अध्यक्ष अवनीश कांत गुप्ता के साथ बंद कमरे में वार्ता की गई। हल न निकलते पर पुलिस दोनों पक्षों को लोहामंडी थाना ले आई। थाने पर भी देर रात तक दोनों पक्ष डटे रहे। दोनों पक्षों की शिकायत दर्ज कर ली गई है।
यह है पूरा प्रकरण
महासभा की विधानसभा के अध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी सुरेश चंद गुप्ता बच्चू बाबू ने बताया कि राकेश कुमार और कुलदीप गुप्ता ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर किया था। उनका कहना था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गबन के झूठे आराेप लगाकर हमें महासभा से निष्कासित कर दिया है। एडीजी-11 के समक्ष वाद चल रहा है। उनकी मांग थी कि उनका निष्कासन वापस हो। किंतु उन्हें अभी स्टे नहीं मिला है। इस बीच राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जांच कमेटी गठित की। पूरी जांच पांच चार्टर्ड एकाउंटेंट ने की। रिपोर्ट मेरे सामने जब आई तो साफ था कि मामला आपराधिक है।
जान से मारने की दी धमकी
राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अवांछनीय तत्व कब्जा करने पहुंचे थे। दो दिन पूर्व भी लूट के इरादे से महासभा भवन पर पहुंचे थे, नेम प्लेट तोड़ दीं, जान से मारने की धमकी दी। इसके खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई है।
जबरन कब्जाया ऑफिस
अंतरिम अध्यक्ष अवनीश कांत गुप्ता ने बताया कि बैठक की थी। कार्यभार संभाला था। मगर, दूसरे पक्ष ने गलत तरीके से प्रवेश किया। जब हमें पता चला तो हम लोग गए। मगर, उन लोगों ने अंदर से ताला लगा दिया। महिलाओं से भी गालीगलाैज की गई। इस पर पुलिस को सूचना दी। थाने पर वार्तालाप किया गया। मगर, कोई हल नहीं निकल सका।
कानून व्यवस्था खराब न करने की सलाह
एसीपी ताज सुरक्षा मयंक तिवारी ने बताया कि दोनों पक्षों से थाने में बातचीत की गई। कार्यालय का विवाद है। रजिस्ट्रार ऑफिस में मामला चल रहा है। कोई तहरीर नहीं दी गई है। दोनों पक्षों से कहा गया कि वह कानून व्यवस्था खराब नहीं करें।
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