Greater Noida West News :
बिसरख थाना पुलिस ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया, जो फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर बिना पुलिस वेरीफिकेशन के पासपोर्ट बनवाकर लोगों को विदेश भेजता था। पुलिस ने इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 14 सील मोहर (नोटरी आदि), 98 नोटोरियल टिकट, एक फर्जी रेंट एग्रीमेंट, एक फर्जी पासपोर्ट, 5 कंप्यूटर सेट, फिंगर स्कैनर मशीन, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, दो बैंक पासबुक, 5 मोबाइल फोन, 10 स्टाम्प नोटरी और एक लैपटॉप शामिल हैं।
ऑनलाईन पासपोर्ट जांच में हुआ खुलासा
21 नवंबर को बिसरख थाना पुलिस ऑनलाइन पासपोर्ट आवेदन की जांच करते हुए पासपोर्ट पर अंकित पते पर पहुंचकर पाया कि फ्लैट मालिक के अनुसार इस पते पर आवेदनकर्ताओं का कोई रिकॉर्ड नहीं था। इसके बाद आवेदकों से संपर्क किया गया और वे महागुन मार्ट स्थित सचिन जौहरी की दुकान पर मिले। वहां जाकर पता चला कि सचिन जौहरी पासपोर्ट बनवाने का कार्य करता था। पूछताछ में आवेदनकर्ताओं ने बताया कि वे एक हांगकांग स्थित कंपनी में सैल्स प्रोमोटर के रूप में कार्य करते हैं और उन्हें दुबई में आयोजित इवेंट के लिए पासपोर्ट की जरूरत थी। आवेदकों ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने फर्जी रेंट एग्रीमेंट का इस्तेमाल किया था, जो सचिन जौहरी द्वारा तैयार किया गया था।
पासपोर्ट के लिए वसूलते थे प्रति व्यक्ति 15,000 रुपये
आरोपी फर्जी रेंट एग्रीमेंट के जरिए वे फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक अकाउंट खुलवाते थे। जिससे पासपोर्ट बनवाया जाता था। सचिन जौहरी इस काम के लिए प्रति व्यक्ति 15,000 रुपये लेता था। साथ ही पासपोर्ट कार्यालय के पास एक व्यक्ति, संदीप कुमार, बिना पुलिस वेरीफिकेशन के पासपोर्ट जारी करने के लिए 3-4 हजार रुपये वसूलता था। पुलिस ने इस मामले में व्हाट्सएप चैट और ट्रांजेक्शन डिटेल्स बरामद की हैं, जिससे गिरोह की साजिश का खुलासा हुआ है।
पिछले 2 वर्ष में 500 से ज्यादा पासपोर्ट का आवेदन कर चुका है
सचिन जौहरी बिना पुलिस वेरीफिकेशन वाले पासपोर्ट को डीजी सेवा के माध्यम से तत्काल में आवेदन कराता था। सचिन जौहरी द्वारा पिछले 6 महीने में 120 पासपोर्ट आवेदन कराये जाने की बात सामने आई है अब तक 2 वर्ष में करीब 500 से ज्यादा पासपोर्ट का आवेदन कर चुका है। पूछताछ में आरोपी सचिन ने बताया कि लगभग 100 पासपोर्ट बिना पुलिस वैरीफिकेशन के बनवाये गए है।
कैसे बनाते थे फर्जी नोटरी
सचिन जौहरी की दुकान से 14 मुहर अलग-अलग विभाग की, अलग-अलग नाम की, रेन्ट एग्रीमेन्ट बिना हस्ताक्षर व नोटराइज्ड, 98 नोटिरयल टिकट मिली जिनके बारे में जानकारी करने पता चला कि बिना मकान मालिक की जानकारी के उनका फर्जी रेन्ट एग्रीमेन्ट आधार कार्ड व मोबाइल नम्बर के साथ बनवाता है। पकड़े गए आरोपी विरेन्द्र कुमार गर्ग द्वारा फर्जी नोटरी बनाने का फर्जी आर्थिराइजेशन लेटर सचिन जौहरी को दिया गया था, जो उसकी दुकान से प्राप्त हुआ। सचिन जौहरी ने पूछताछ में बताया कि इस प्रकार विरेन्द्र सक्सेना, दुर्गेश कुमार भी वीरेन्द्र कुमार गर्ग के नाम की फर्जी नौटरी तैयार कर फर्जी रेन्ट एग्रीमेन्ट ग्राहको को उपलब्ध कराते है।
इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
थाना बिसरख पुलिस द्वारा दिनांक 21.11.24 को अभियुक्त गोल्फ होम्स, सेक्टर-4, ग्रेटर नोएडा वेस्ट निवासी एस विनोद कुमार पुत्र सौरा वशिष्ठ, गोल्फ होम्स, सेक्टर-4, ग्रेटर नोएडा वेस्ट निवासी संजीद डे पुत्र शम्भू डे, एक्जोटिका ड्रीम विले, गौर सिटी-2, थाना बिसरख निवासी सचिन जौहरी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा जेल भेजा जा चुका है। जिसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने गिरोह से सम्बन्धित शेष आरोपी जी-47, गामा-2, थाना बीटा-2 ग्रेटर नोएडा निवासी विरेन्द्र कुमार गर्ग, बबिता कॉलोनी बहलोलपुर, थाना सेक्टर-63, नोएडा निवासी दुर्गेश कुमार, वीवीआईपी एड्रेस, राजनगर एक्सटेंशन, थाना नन्दग्राम निवासी सन्दीप कुमार और पी-231, सेक्टर-12, प्रताप विहार, गाजियाबाद निवासी विरेन्द्र सक्सेना को गिरफ्तार किया है।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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